*आशीष कुमार दुबे*
उमरिया, (देशबन्धु). इन दिनों केन्द्र सरकार की नल से जल योजना जब से चालू हुई है और यह कार्य ठेकेदारों को सौपा गया है तब से जगह-जगह ठेकेदारों द्वारा सड़कों की धज्जियां उड़ाते देखी जा रही हैं चाहे वह ग्राम पंचायत की सड़क हों या फिर केंद्र की अति महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री सड़क हों लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के ठेकेदारों द्वारा शासन प्रशासन के सभी गाइड लाइनो को ताक पर रख इन कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है ना ही उस योजना में होने वाले कार्य को सही मापदंड से किया गया.
कहीं प्रधानमंत्री सड़कों के साइड सोल्डर की धज्जियां उड़ा दी गई अपने निजी स्वार्थ को देखते हुए मन माफिक तरीके से कहीं भी गड्ढे खोद दिए गए उन गढ्ढों से आए दिन आमजन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं तो कहीं शासन की बनी बनाई सड़कों में गड्ढे खोद उनका नक्शा बिगाड़ दिया गया खानापूर्ति के लिए यदा कदा जगहो में मरम्मत की गई वह भी नाम मात्र के लिए नहीं ठेकेदारों द्वारा अपना काम कर इती श्री बोल दिया गया आज भी लोग उन गढ्ढों से परेशान हैं.
उल्लेखनीय है कि जिस विभाग के तहत इय योजना का क्रियान्वयन व देखरेख में किया जा रहा है उस विभाग की उदासीनता का परिणाम है ठेकेदारो को उस विभाग के अधिकारियों की भी हिम्मत नहीं पड़ती उनके ठेकेदारों के ऊपर कार्यवाही करने की क्या कारण है यह तो विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को ही पता होगा या सम्बंधित निर्माण एजेंसियों को लेकिन आम जन को आवागमन में असुविधा ज़रूर हो रहीं हैं.
बात करें निपनिया से देवगांवा ग्राम पंचायत पहुंच मार्ग की जहां प्रधानमंत्री सड़क में बने साईड सोल्डर में इस कदर मनमानी तरीके से जेसीबी मशीन चलाईं गई की साईड सोल्डर में नाली आकर दे दिया गया.
करोड़ों रुपए खर्च कर शासन ने जों सड़क निर्माण कार्य कराया था उसे जल निगम ठेकेदार अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को देखते हुए तस्वीर बदल दी देखना लाजमी होगा कि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा क्या पहल की जाती है जिससे आम जन की समस्या में राहत की सांस दें सकें.