महाकुंभ नगर, 31 जनवरी (आईएएनएस)। आस्था के महापर्व महाकुंभ के सबसे प्रमुख अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर्व पर आठ करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। मौनी अमावस्या पर्व के दूसरे दिन भी श्रद्धालुओं के महाकुंभ में आने का क्रम जारी रहा। पर्व के दूसरे दिन भी लगभग दो करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया।
करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के महाकुंभ में सुरक्षित और सुगम आवागमन के लिए प्रयागराज रेल मंडल ने पिछले दो दिनों में रिकॉर्ड 400 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य स्टेशनों तक पहुंचाया। श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए होल्डिंग एरिया और कलर कोडेड आश्रय स्थलों के माध्यम से तीर्थयात्रियों को सुरक्षित तरीके से रवाना किया गया।
मौनी अमावस्या महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है। परंपरा के अनुसार इस दिन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी में स्नान करने प्रयागराज आते हैं। मौनी अमावस्या पर्व पर रिकॉर्ड आठ करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। पर्व के दूसरे दिन भी लगभग दो करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।
महाकुंभ में आए करोड़ों श्रद्धालुओं के सुरक्षित आवागमन के लिए प्रयागराज रेल मंडल ने रिकॉर्ड मेला स्पेशल और नियमित ट्रेनों का संचालन किया। पर्व के दिन 29 जनवरी को शहर के सभी रेलवे स्टेशनों से रिकॉर्ड 400 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया। पर्व के दूसरे दिन 30 जनवरी को भी लगभग 175 स्पेशल ट्रेनों के साथ 300 से अधिक ट्रेनें चलाई गईं। पिछले दो दिनों में प्रयागराज रेल मंडल ने 20 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित उनके गंतव्य स्टेशनों तक पहुंचाया।
प्रयागराज रेल प्रशासन ने बताया कि मौनी अमावस्या और उसके दूसरे दिन मिलाकर लगभग 700 से अधिक नियमित और मेला स्पेशल ट्रेनों का सफल संचालन किया गया। इनमें से सर्वाधिक ट्रेनों का संचालन प्रयागराज जंक्शन से हुआ, इसके अलावा एनसीआर के नैनी, छिवकी, सूबेदारगंज, नार्दर्न रेलवे के प्रयाग, फाफामऊ और पूर्वोत्तर रेलवे के रामबाग और झूंसी स्टेशनों से भी मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया।
इसके साथ ही रेलवे स्टेशन परिसर में सफल भीड़ प्रबंधन के लिए पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुरूप तीर्थ यात्रियों को होल्डिंग एरिया, कलर कोडेड आश्रय स्थलों और कलर टिकट के जरिए दिशावार उनकी ट्रेनों तक पहुंचाया गया। साथ ही स्टेशन परिसर में जरूरी स्वास्थ्य, पीने के पानी, शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध करवाकर तीर्थयात्रियों को सुगम और सुरक्षित उनके गंतव्य स्टेशनों तक पहुंचाया गया।
पर्व के दिन रेलवे प्रशासन के आला अधिकारी कंट्रोल रूम और वॉच टॉवर से भीड़ प्रबंधन की निगरानी और संचालन करते रहे।
–आईएएनएस
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