सिंगापुर, 13 नवंबर (आईएएनएस)। सिंगापुर के जनशक्ति मंत्रालय (एमओएम) ने भारतीय प्रवासियों के लिए दिवाली उत्सव का आयोजन किया। जिसमें उनके लिए कई तरह की खेल गतिविधियां रखी गई।
रविवार का कार्यक्रम तनाह मेराह कोस्ट रोड में चांगी लॉज 2 में आयोजित किया गया था, जहां तमिलनाडु के कई लोगों सहित 1,000 से अधिक प्रवासी कामगार रहते हैं।
सिंगापुर में पांच साल से रेलवे ट्रैक मरम्मत का काम कर रहे चिन्नैया अलागु ने द स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार को बताया, “इस उत्सव से मुझे घर और मेरी पत्नी की याद आती है।”
तमिलनाडु के 33 वर्षीय कार्यकर्ता मोहन ने अपने भारतीय और मलेशियाई दोस्तों के साथ डांस किया।
मोहन ने द स्ट्रेट्स टाइम्स को बताया, ”मैंने अपनी पत्नी और बच्चों को वीडियो कॉल पर दिखाया कि सिंगापुर में दीपावली मनाना कैसा होता है। मैं बस उन्हें दिखाना चाहता था कि यहां हमारी देखभाल की जाती है और यहां भी उतना ही उज्ज्वल और रंगीन है।”
जहां कई कार्यकर्ता बिरयानी और मिठाई के स्टालों के सामने कतार में खड़े थे, वहीं अन्य ने दीया पेंटिंग और भारतीय मिठाइयों की पहचान करने के खेल जैसी गतिविधियों में भाग लिया।
कार्यक्रम के एक स्वयंसेवक ने कहा कि एक घंटे के भीतर, प्रतिभागियों द्वारा 100 से अधिक लैंपों को चित्रित किया गया।
उन्होंने कहा, “कुछ डिजाइन अद्वितीय हैं और प्रवासी श्रमिक अपने हाथ से पेंट किए गए लैंप इकट्ठा करने से पहले ऐक्रेलिक पेंट के सूखने का धैर्यपूर्वक इंतजार करते थे।”
भोजन का योगदान भारतीय मुस्लिम सामाजिक सेवा संघ द्वारा किया गया था। स्वयंसेवकों में एमओएम स्टाफ के परिवार के सदस्य भी थे।
कार्यक्रम में अतिथि वरिष्ठ जनशक्ति राज्य मंत्री कोह पोह कून ने प्रवासी समुदाय को संबोधित किया और रोशनी के त्योहार के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
कून ने कहा, “दीपावली रोशनी का त्योहार है जो अंधकार पर प्रकाश की बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इसलिए आज मैं आपके जीवन में खुशियों की कामना करना चाहता हूं।”
एमओएम के एश्योरेंस, केयर एंड एंगेजमेंट ग्रुप के प्रमुख तुंग युई फई ने कहा, ”यह न केवल उनके (प्रवासी श्रमिकों) साथ जश्न मनाने का एक तरीका है, बल्कि उन्हें यह एहसास भी दिलाता है कि सिंगापुरवासी भी इस उत्सव के अवसर पर उनके साथ जश्न मना रहे हैं। उनकी देखभाल करना हमारे मिशन का हिस्सा है।”
चांगी लॉज 2 में समारोहों के अलावा, पूरे द्वीप में विभिन्न प्रवासी श्रमिक मनोरंजन केंद्रों और सामुदायिक क्लबों में फिल्म स्क्रीनिंग, क्रिकेट टूर्नामेंट और नृत्य और सांस्कृतिक प्रदर्शन जैसी गतिविधियां भी हुईं।
विदेश मंत्रालय के कांसुलर सेवाओं द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के आधार पर सिंगापुर में इन गैर-निवासियों में से लगभग 350,000 या 24 प्रतिशत भारतीय नागरिक हैं।
एमओएम के अनुसार, 2005 और 2020 के बीच सिंगापुर में भारतीय पेशेवरों का अनुपात 13 से दोगुना होकर 25 प्रतिशत हो गया है।
–आईएएनएस
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