नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिस पर कर्नाटक भाजपा युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेतरू की हत्या के मामले में पांच लाख रुपये का इनाम था। गिरफ्तारी बेंगलुरु में शनिवार रात की गई। आरोपी की पहचान तौफील के रूप में हुई है। एजेंसी ने फिलहाल इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
नेतारू की कथित तौर पर अब प्रतिबंधित पीएफआई के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
जनवरी में, एनआईए ने बेंगलुरु में एक विशेष एनआईए अदालत के समक्ष मामले में 20 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
एजेंसियों ने कहा था कि समाज में आतंक फैलाने और लोगों में डर पैदा करने के इरादे से नेतरू की पिछले साल 26 जुलाई को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलारे गांव में पीएफआई सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
बेल्लारे पुलिस ने मामला दर्ज किया और मामले की जांच कर रही थी, लेकिन बाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामला एनआईए को सौंप दिया।
एनआईए ने कहा, जांच से पता चला है कि पीएफआई ने आतंक, सांप्रदायिक घृणा और समाज में अशांति पैदा करने के अपने एजेंडे के तहत और 2047 तक देश में इस्लामिक शासन स्थापित करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए सर्विस टीम या किलर स्क्वॉड नामक गुप्त टीमों का गठन किया, जो हत्याओं को अंजाम देती हैं।
चार्जशीट में कहा गया है कि पीएफआई के सदस्यों और नेताओं की बैठक बेंगलुरु शहर, सुलिया टाउन और बेलारे गांव में हुई थी। जिला सेवा दल के प्रमुख मुस्तफा पैचार को निर्देश दिया गया था कि वे एक विशेष समुदाय के एक प्रमुख सदस्य की पहचान करें और उसे लक्षित करें।
पीएफआई के सदस्यों ने निर्देशों के अनुसार, चार व्यक्तियों की पहचान की और उनमें से एक प्रवीण नेतरू थे। उन्होंने बड़े पैमाने पर और विशेष रूप से एक विशेष समुदाय के सदस्यों के बीच आतंक पैदा करने के लिए उन्हें मार डाला।
आरोपी मुहम्मद शियाब, अब्दुल बशीर, रियाज, मुस्तफा पाइचर, मसूद के.ए., कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबक्कर सिद्दीक, नौफल एम., इस्माइल शफी के, के. महम्मद इकबाल, शहीद एम., महम्मद शफीक जी., उमर फारूक एम.आर., अब्दुल कबीर सी.ए., मुहम्मद इब्राहिम शा, सैनुल आबिद वाई., शेख सद्दाम हुसैन, जकीर ए., एन. अब्दुल हारिस और थुफैल एम.एच. आईपीसी को चार्जशीट किया गया है।
चार्जशीट किए गए अभियुक्तों में मुस्तफा पचर, मसूद के.ए., कोडाजे मोहम्मद शेरिफ, अबुबक्कर सिद्दीक, उमर फारूक एम.आर. और थुफैल एम.एच. वर्तमान में फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है।
मामले में आगे की जांच जारी है।
–आईएएनएस
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