मुंबई, 16 सितंबर (आईएएनएस)। सिल्वर स्क्रीन पर अपनी मासूम मुस्कान और सहज अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाली प्रिया आनंद दक्षिण और हिंदी सिनेमा का एक जाना-पहचाना नाम हैं। भाषाओं और संस्कृतियों से गहरी जुड़ाव रखने वाली प्रिया आनंद को बचपन से ही अलग-अलग भाषाओं का शौक रहा, यही वजह है कि वह तमिल, तेलुगु, हिंदी, अंग्रेजी और मराठी तक अच्छे से बोल लेती हैं।
उनकी यह प्रतिभा उनके फिल्मी सफर में भी साफ झलकती है, जहां उन्होंने अलग-अलग भाषाओं और तरह-तरह के किरदारों को बखूबी निभाया है।
17 सितंबर 1986 को चेन्नई में जन्मी और पली-बढ़ी प्रिया आनंद ने फिल्मों में आने से पहले ही मॉडलिंग और विज्ञापनों की दुनिया में अपनी पहचान बना ली थी। 2009 में तमिल फिल्म ‘वामनन’ से डेब्यू करने वाली प्रिया आनंद ने जल्दी ही यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ खूबसूरत चेहरा नहीं, बल्कि अभिनय करने में भी माहिर हैं।
प्रिया आनंद ने ‘180’, ‘इंग्लिश विंग्लिश’, ‘एथिर नीचल’, ‘वणक्कम चेन्नई’ और ‘फुकरे’ जैसी फिल्मों में काम किया है। हिंदी सिनेमा के दर्शक उन्हें श्रीदेवी के साथ ‘इंग्लिश विंग्लिश’ और ‘फुकरे’ के लिए याद करते हैं।
आज प्रिया आनंद को इंडस्ट्री में एक ऐसी एक्ट्रेस के तौर पर देखा जाता है जो ग्लैमर और टैलेंट दोनों का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है। प्रिया आनंद वेटरन एक्ट्रेस श्रीदेवी को अपना आदर्श मानती हैं। वो खुद को खुशकिस्मत समझती हैं कि वो श्रीदेवी के साथ काम कर पाईं।
इस फिल्म का नाम था ‘इंग्लिश विंग्लिश’; यह प्रिया आनंद की पहली हिंदी फिल्म थी। इस फिल्म से जुड़ा एक रोचक किस्सा है, कैसे उन्होंने बस श्रीदेवी का नाम सुनते ही इसके लिए हां कर दी थी। इस किस्से का जिक्र उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में किया था।
दरअसल, अभिनेत्री प्रिया आनंद बचपन से ही श्रीदेवी की बहुत बड़ी फैन रही हैं। जब ‘इंग्लिश विंग्लिश’ के लिए उन्हें अप्रोच किया गया तो उन्होंने श्रीदेवी का नाम सुनते ही मूवी के लिए हां कह दी थी। इस फिल्म में उन्होंने श्रीदेवी की भतीजी ‘राधा’ का किरदार निभाया था। यह एक छोटी सी भूमिका थी, लेकिन प्रिया आनंद ने यह फिल्म करने का फैसला सिर्फ एक कारण से लिया था, वो थीं श्रीदेवी।
प्रिया आनंद उस दिन को याद करते हुए कहती हैं कि उन्हें अपने करियर में कभी यह उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इतनी जल्दी अपनी आदर्श (श्रीदेवी) के साथ काम करने का मौका मिलेगा। उनके लिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, बल्कि अपने पसंदीदा कलाकार के साथ समय बिताने और उनसे कुछ सीखने का एक मौका था।
प्रिया ने यह भी बताया था कि जब वह सेट पर थीं, तो श्रीदेवी बहुत शांत और अपने काम में मगन रहती थीं, लेकिन दोनों में एक खास रिश्ता बन गया था। चूंकि दोनों दक्षिण भारतीय थीं, इसलिए वे एक-दूसरे से अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में बात करती थीं। इस साझा संस्कृति और भाषा ने उन्हें एक-दूसरे के करीब ला दिया था।
–आईएएनएस
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