रांची, 27 मई (आईएएनएस)। झारखंड के 38432 आंगनबाड़ी केंद्र प्री स्कूल के रूप में विकसित किये जायेंगे। इसके लिए समाज कल्याण विभाग की कार्य योजना तैयार है। प्री स्कूल में डेवलप होने के बाद यहां पढ़नेवाले बच्चों को सरकार यूनिफार्म, जूते और बेंच-डेस्क जैसी सुविधाएं देगी।
विभाग एक नई योजना आंगनबाड़ी चलो अभियान इसी वर्ष शुरू करेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ताजा, गर्म और पका हुआ भोजन दिया जायेगा। इस योजना पर करीब 338 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस योजना के पीछे सरकार की मंशा ये है कि जब सरकारी स्कूलों में कक्षा एक में बच्चों का नामांकन हो उस समय बच्चे शारीरिक और बौद्धिक रूप से पूरी तरह विकसित हों। राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल में नामांकन से पहले शिक्षा योजना के तहत खेलकूद के माध्यम से सामाजिक, शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से विकसित करने का काम किया जाता है। इसी के तहत सरकार बच्चों को ठंड से बचाने और उन्हें ऊनी कपड़े देने के लिए 38 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
आंगनबाड़ी केद्रों में भवन निर्माण पर 100 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है वहीं बेंच-डेस्क, अध्ययन सामग्री तथा ड्रेस और जूतों के लिए 190 करोड़ दिए जायेंगे। राज्य के 48432 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 6900 केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र तथा करीब 3000 को मॉडल केंद्र बनाया जायेगा। जिला प्रशासन की ओर से इन्हें विकसित करने का काम किया जा रहा है। योजना की बाबत झारखंड की समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पूर्व में भी सरकार गर्म कपड़े दे चुकी है। इस बार भी उन्हें गर्म कपड़े मिलेंगे। अब उन्हें स्कूल ड्रेस और जूते भी दिये जायेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री स्कूल के रूप में विकसित करने की कई योजनाएं तैयार हैं। इन्हें जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जाएगा।
–आईएएनएस
एसएनसी/एएनएम