मुंबई, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारयण राणे ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना के लिए बुधवार को अपने धुर विरोधी शिव सेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लिया।
ठाकरे को कई कठोर उपनामों से संबोधित करते हुए उन्होंने उनके लिए ज्यादातर तू संबोधन का इस्तेमाल किया और कहा कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी खो चुके हैं, जिसके दोबारा पाने की कोई उम्मीद भी नहीं है, और इसलिए उन्हें अब अपने आवास मातोश्री में आराम करना चाहिए।
राणे ने कहा, तू महा-फडतूस.. किसी बात की जानकारी नहीं है, सिर्फ ठाकरे नाम के कारण बचे हुए हो। ..मुख्यमंत्री के रूप में ढाई साल में कुछ नहीं किया। ..फडणवीस की आलोचना करने वाले होते कौन हो?
राणे ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और उसकी दोस्त दिशा सालियान की मौत के मामलों में ठाकरे की भूमिका पर एक बार फिर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यदि ठाकरे दोबारा फडणवीस पर हमला करते हैं तो भविष्य में जब भी कोई जनसभा करेंगे उसमें उन्हें उसका खामियाजा भुगतना होगा।
उन्होंने कहा, वह राज्य, किसानों, मजदूरों और देश के बारे में क्या जानता है। उसका हर भाषण एक जैसा होता है- मुख्यमंत्री की कुसी गंवाने की निराशा में गालियों भरपूर..। वह फडणवीस, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने के लायक नहीं हैं।
राणे ने कहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव में राज्य में सभी सीटों पर जीत के ठाकरे के बड़े-बड़े दावे खोखले साबित होंगे। अगले साल भाजपा देश में 400 से अधिक सीटें जीतेगी क्योंकि मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था काफी मजबूत है।
राणे ने कहा, तुम देखो कि फडणवीस ने पांच साल में मुख्यमंत्री के तौर पर क्या किया.. 30 महीने के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में दिखाने के लिए तुम्हारे पास क्या है.. घर से काम करने का तुम्हारा समय क्या तुलना के लायक भी है.. तुमने उन्हें फडतूस कहने की हिम्मत कैसे की।
केंद्रीय मंत्री ने समाचार पत्रों और सामना समूह द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि वह उनके खिलाफ अदालत जाएंगे।
सोमवार रात सेना (यूबीटी) की कार्यकर्ता रोशनी शिंदे-पवार से जुड़ी घटना के संदर्भ में राणे ने कहा कि वह घायल नहीं हुई थी और न ही गर्भवती थी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, फडणवीस या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना करने के उसके अधिकार पर सवाल उठाया।
राणे ने कहा, वह कौन है, इतने बड़े लोगों की आलोचना करने का उसको क्या अधिकार है। ..यदि मैं वहां होता तो मैं उसे चेतावनी देता.. लेकिन वहां ठाकरे अपने पत्नी और बेटे के साथ गए थे..।
–आईएएनएस
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