नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर फरवरी में बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर 5.67 फीसदी पर पहुंच गई।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर 4.14 फीसदी रही थी। पिछले साल दिसंबर में यह 4.25 प्रतिशत, नवंबर में 2.47 प्रतिशत तथा अक्टूबर में 11.89 प्रतिशत रही थी।
विनिर्माण क्षेत्र, जो देश के विश्वविद्यालयों से निकलने वाले युवा इंजीनियरों और स्नातकों को रोजगार प्रदान करता है, में महीने के दौरान पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई।
फरवरी में खनन क्षेत्र का उत्पादन आठ प्रतिशत और बिजली क्षेत्र का 7.5 प्रतिशत बढ़ा।
आंकड़ों के अनुसार, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और टीवी जैसे उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में 12.3 प्रतिशत की मजबूत दोहरे अंक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो बढ़ती अर्थव्यवस्था में इन वस्तुओं की मांग बढ़ने का एक सकारात्मक संकेत है।
पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन में, जिसमें ऐसी मशीनें शामिल होती हैं जो सामान का उत्पादन करती हैं और इस प्रकार अर्थव्यवस्था में होने वाले वास्तविक निवेश को दर्शाती हैं, फरवरी में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक आईआईपी की समेकित वृद्धि दर 5.9 फीसदी दर्ज की गई है।
–आईएएनएस
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