अनूपपुर, देशबन्धु. फर्जी दस्तावेज तैयार कर दो बैंकों से 37 लाख रूपए का लोन लेने के साथ कई लोगों से एक ही मकान को बेचने के नाम पर लाखों की ठगी के आरोप में चचाई पुलिस ने शुक्रवार को मां-बेटे सहित 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ज्ञात हो कि फरियादी मनीष कुमार मालू ने 8 जनवरी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद एसपी मोती उर्र रहमान के निर्देश पर चचाई थाना प्रभारी की जांच में घोटाला सामने आया है.
आरोपियों ने पैतृक घर को कई लोगों को बेचा
मुख्य आरोपी दिवेश शुक्ला और उसकी मां आशा शुक्ला निवासी वार्ड 9 पर पैतृक घर को कई लोगों को बेचकर धोखाधड़ी का आरोप है. साथ ही नगर पालिका की फर्जी रसीदें तैयार कर ग्रामीण बैंक और शहडोल के एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक से 6 महीने में 37 लाख का लोन लिया है. मामला तब सामने आया जब आरोपियों के साथ काम करने वाले मनीष कुमार मालू ने 8 जनवरी को एसपी से शिकायत दर्ज कराई. जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमांक 9 में स्थित आरजी खसरा नंबर 987/2/2 रकवा 0.023 हेक्टयेर भूमि आशा शुक्ला, देवेश शुक्ला और ज्योति शुक्ला के नाम पर दर्ज है.
आशा शुक्ला और देवेश शुक्ला ने इस भूमि पर भवन निर्माण के बारे में बिना नगर पालिका से अनुमति के फर्जी तरीके से नगर पालिका की सील और हस्ताक्षर का उपयोग करते हुए दस्तावेज तैयार किया. दिवेश शुक्ला द्वारा अपनी बहन ज्योति शुक्ला का फर्जी आधार कार्ड भी तैयार कराया गया, फर्जी दस्तावेजों के सहारे मेडियारास ग्राम में स्थित मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक से 17 लाख का लोन कराया, बैंक में संपत्ति बंधक के रूप में भवन को दिखाया गया. इसी तरह ग्रामीण बैंक से लोन लेने के 5 महीने बाद ही 1 जनवरी 2023 को शहडोल जिले के एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक से 20 लाख का लोन लिया.
यहां भी फर्जीवाड़ा करते हुए ग्रामीण बैंक में लोन का भुगतान कर देने की फर्जी एनओसी भी आरोपियों ने तैयार कर ली थी. ग्रामीण बैंक से अनुबंध कराने के दौरान ज्योति शुक्ला की जगह पर पुष्पा गुप्ता पति पंकज गुप्ता को खड़ा किया गया और फर्जी दस्तावेज भी बनाए गए थे. इसी तरह शहडोल में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में एक बार फिर ज्योति शुक्ला के स्थान पर रवीना राठौर पति शेषनारायण राठौर निवासी ग्राम पपरौड़ी को ज्योति बनाया गया. जबकि मामले में ज्योति शुक्ला को भनक भी नहीं लग पाई, वह शादी के बाद से मुंबई में रह रही है.
8 पर मामला दर्ज
जांच के बाद चचाई पुलिस ने आशा शुक्ला, दिवेश शुक्ला, पुष्पा गुप्ता, रवीना राठौर, पंकज गुप्ता, दुर्गेश नारायण सिंह, धीरेंद्र सिंह और अमित तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है. वहीं पुलिस दावा कर रही है कि मामले में अभी और भी आरोपी बढ़ेंगे. जिनमें फर्जी आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज तैयार करने वालो के बारे में जांच की जा रही है. फिलहाल सभी आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.