रामल्लाह/गाजा, 14 मई (आईएएनएस)। फिलिस्तीन ने गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी सैन्य समूहों के साथ बढ़ते हिंसक तनाव के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है और चेतावनी दी है कि सीमाओं पर क्रॉसिंग प्वांइंट बंद करने से गंभीर मानवीय संकट पैदा होगा।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) के उग्रवादियों के बीच लड़ाई के बाद पांच दिनों के लिए इजरायल ने गाजा पट्टी की सीमाओं पर वाणिज्यिक और मानवीय उद्देश्यों के लिए क्रॉसिंग प्वॉइंट्स को बंद कर दिया है।
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति पद के प्रवक्ता नबील अबू रुदीनेह ने शनिवार को कहा कि इजराइल सरकार सभी सीमा को पार कर गई है। वह फिलिस्तीनियों की हत्या और उनकी संपत्तियों को नष्ट करने पर जोर दे रही है।
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-केदरा ने कहा कि मंगलवार को गाजा पट्टी पर इजराइली हवाई हमले के बाद से 33 फिलिस्तीनी मारे गए और 48 बच्चों और 23 महिलाओं सहित 147 घायल हो गए।
उन्होंने कहा, सीमा पर क्रासिंग प्वॉइंट बंद होने से 432 मरीजों को इलाज से वंचित होना पड़ा। इससे इनके स्वास्थ्य स्थिति खराब हो गई।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय अभी भी सभी घायलों और बीमारों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है और उसने अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा और मानवाधिकार संस्थानों से अपील की है कि वे गाजा पट्टी के अस्पतालों में चिकित्सा आपूर्ति के लिए इजराइली अधिकारियों पर दबाव डालें।
गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी ऊर्जा और प्राकृतिक संसाधन प्राधिकरण ने एक आधिकारिक घोषणा में कहा कि 2.5 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों के तटीय परिक्षेत्र में ऊर्जा की कमी 52 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
बयान में कहा गया है कि अगर क्रॉसिंग प्वॉइंट्स को फिर से नहीं खोला गया, तो ईंधन की कमी के कारण पावर स्टेशन सोमवार को पूरी तरह से काम करना बंद कर देगा, जो मानवीय और चिकित्सा स्थिति को प्रभावित करेगा।
इस बीच, फिलिस्तीनी प्रधान मंत्री मोहम्मद इश्ताय ने संयुक्त राष्ट्र से गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने का आह्वान किया।
–आईएएनएस
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