न्यूयॉर्क, 6 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा में एक भारतीय व्यक्ति को अपनी 26 वर्षीय पत्नी को 17 बार चाकू मारने और फिर 2020 में घटनास्थल से भागने से पहले उसके शरीर पर गाड़ी चढ़ाने के कारण उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई।
सन सेंटिनल अखबार ने पिछले सप्ताह रिपोर्ट दी थी कि फिलिप मैथ्यू ने मेरिन जॉय की हत्या पर कोई प्रतिवाद नहीं करने का अनुरोध किया था, जो एक अपमानजनक रिश्ते से भागने की योजना बना रही थी।
पुलिस के अनुसार, मैथ्यू ने ब्रोवार्ड हेल्थ कोरल स्प्रिंग्स अस्पताल के पार्किंग स्थल पर अपने वाहन से मेरिन की कार को रोक दिया, जहां वह काम करती थी।
पुलिस ने कहा कि फिर उसने उस पर चाकू से बार-बार वार किया और गाड़ी चलाने से पहले उसके शरीर को जमीन पर कुचल दिया।
घटना के बाद मेरिन जॉय के सहकर्मियों में से एक ने कहा कि मैथ्यू ने उसके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, “जैसे वह एक स्पीड बम्प हो” और जैसे ही वे उसकी मदद के लिए दौड़े, मेरिन ने रोते हुए कहा, “मुझे एक बच्चा हुआ है।”
मेरिन ने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ने से पहले अपने हमलावर की पहचान का खुलासा किया, जिसके कारण अंततः मैथ्यू की गिरफ्तारी हुई।
3 नवंबर को मैथ्यू ने भी घातक हथियार से किए गए गंभीर हमले का विरोध न करने का अनुरोध किया।
उन्हें रिहाई की कोई संभावना नहीं होने पर राज्य जेल में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, साथ ही घातक हथियार से गंभीर हमले के लिए अधिकतम पांच साल की सजा सुनाई गई थी।
स्टेट अटॉर्नी कार्यालय की प्रवक्ता पाउला मैकमोहन ने कहा, आजीवन कारावास की निश्चितता के कारण और प्रतिवादी अपील करने का अपना अधिकार छोड़ रहा था, इसलिए मृत्युदंड को माफ करने का निर्णय लिया गया।
मेरिन के चचेरे भाई जॉबी फिलिप ने सेंटिनल को बताया, “जॉय की मां को यह जानकर खुशी हुई कि उनकी बेटी का हत्यारा शेष वर्षों तक जेल में रहेगा और उन्हें यह जानकर राहत मिली कि कानूनी प्रक्रिया खत्म हो गई है।”
–आईएएनएस
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