नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
पीएसके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान से सदन में ही नहीं, सदन के बाहर भी हलचल मच गई है। लोकसभा में उन्होंने आदिवासियों की आबादी और बंगलादेशी घुसपैठियों की बढ़ती आबादी का जिक्र करते हुए राज्य में एनआरसी लागू करने की मांग की। निशिकांत दुबे के सवाल पर भाजपा सांसद राजू बिस्टा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया सामने आई है।
भाजपा सांसद राजू बिस्टा ने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदुओं को गाली देना फैशन बन गया है। इंडी गठबन्धन के साथी हिंदुओं को हर दिन गाली देते हैं और ऐसा कर वह बड़ा गर्व महसूस करते हैं। भारत एक सेकुलर राष्ट्र है और सब के लिए एक जैसा है। आज बंगाल की स्थिति देखिए, बाहर से लोग आकर वहां बस रहे हैं, आबादी बहुत तेजी के साथ बढ़ रही है। यह एक बहुत बड़ी समस्या और चिंता का विषय है।
वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके बयान पर कहा कि वह अपना सदन देखें, झारखंड में इनका कोई नहीं है।
भाजपा सांसद ने लोकसभा में कहा था कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी जो आज 26 फीसदी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि दस फीसदी आदिवासी कहां खो गए? झारखंड सरकार भी इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है। बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं, जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि पाकुड़ जिला में तारानगर इलामी, डांगापाड़ा में दंगा हो गया। दंगा इसलिए हुआ क्योंकि बंगाल से ममता बनर्जी की पुलिस और मालदा, मुर्शिदाबाद से लोग आकर हमारे लोगों को भगा रहे हैं। हिंदू का गांव का गांव खाली हो रहा है। मालदा, मुर्शिदाबाद, अररिया, कटिहार, किशनगंज से आकर लोगों ने हिंदुओं पर जुल्म किया। भारत सरकार से मैं इस मामले में हस्तक्षेप करने और इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग करता हूं।