कोलकाता, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय डाक विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल द्वारा शुरू की गई विशेष कूरियर सेवा का लाभ उठाकर अब पश्चिम बंगाल के लोग अपने प्रियजनों को विदेशों में पसंदीदा मिठाई ‘रसगुल्ला’ भेज सकेंगे।
इस विशेष कूरियर सेवा को लेकर डाक विभाग के सूत्रों ने कहा कि ‘पैक्ड रसगुल्ले’ भेजने के लिए पैकेजिंग की जिम्मेदारी भेजने वाले की होगी।
विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुछ निजी कूरियर सेवा कंपनियां पहले से ही पैक्ड मिठाइयों की खेप विदेश भेजने के लिए सर्विसिंग की पेशकश कर रही हैं।
हालांकि, उनके द्वारा ली जाने वाली दरें काफी अधिक हैं। भारतीय डाक विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं निजी संस्थाओं द्वारा दी जाने वाली दरों की तुलना में काफी सस्ती होंगी।
उन्होंने दावा किया कि विभाग इस परियोजना को ‘रसगुल्लों’ के साथ जोड़कर लोकप्रिय बना रहा है, लेकिन इस पसंदीदा बंगाली मिठाई को मिली वैश्विक प्रशंसा को देखते हुए कोई भी राज्य से अन्य लोकप्रिय मिठाइयां अपने प्रियजनों को भेज सकता है।
डाक विभाग के अधिकारी ने कहा कि यहां तक कि घर की बनी मिठाइयां, जो त्योहारी सीजन के दौरान काफी आम हैं, उन्हें भी इस विशेष सेवा के माध्यम से विदेश भेजा जा सकता है। एकमात्र शर्त यह है कि भेजने वाले को इसकी पेशेवर पैकेजिंग की व्यवस्था करनी होगी।
पहले भी ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब भारतीय डाक विभाग ने खुद को रसगुल्ले की वैश्विक लोकप्रियता से जोड़ा था। जनवरी 2018 में विभाग ने पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित मिठाई निर्माता नबीन चंद्र दास को 1868 में एक टिकट और विशेष कवर के साथ रसगुल्ला के निवेशक के रूप में स्वीकार किया।
–आईएएनएस
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