कोलकाता, 16 जून (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर का दौरा किया जो 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनावों से पहले राज्य में जारी हिंसा का केंद्र बना हुआ है।
राज्यपाल के हिंसाग्रस्त इलाके में पहुंचने से ठीक एक घंटे पहले पुलिस ने देसी बमों से भरे सात बैग बरामद किए।
हालांकि, जब राज्यपाल मौके पर पहुंचे तो जिले या राज्य का कोई भी शीर्ष पुलिस अधिकारी वहां नहीं था।
राज्यपाल को पुलिस के उप-निरीक्षक के पद के एक कनिष्ठ अधिकारी ने स्थिति की जानकारी दी।
बोस सबसे पहले भांगर ब्लॉक-2 के खंड विकास कार्यालय पहुंचे, जो गुरुवार को हुई झड़पों का केंद्र था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
उन्हें स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया। लोगों ने उन्हें पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में व्याप्त स्थिति के बारे में बताया।
इससे पहले राज्यपाल ने 9 जून को नामांकन के पहले दिन से नामांकन चरण के दौरान हुई भारी हिंसा की निंदा करते हुए कड़े शब्दों में एक बयान जारी किया था।
चुनावी हिंसा में हुई पांच मौतों में से तीन भांगर से और दो मुर्शिदाबाद जिले से बताई गई हैं।
राज्यपाल ने कहा था, शैतान का यह खेल खत्म होना चाहिए, खत्म होगा। अंत की शुरुआत पश्चिम बंगाल में होगी।
इसके जवाब में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि राज्यपाल की कुछ छिटपुट घटनाओं पर आधारित इस तरह की टिप्पणी पूरी तरह से अनुचित है।
घोष ने कहा, किस आधार पर राज्यपाल ऐसी बातें कहते हैं? वह मणिपुर और उत्तर प्रदेश की स्थितियों के बारे में कभी नहीं बोलते हैं। भले ही वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं, वे एक भारतीय नागरिक के रूप में वहां की स्थिति पर एक ट्विटर संदेश जारी कर सकते थे।
–आईएएनएस
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