कोलकाता, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा पुलिस थाने और पूर्वी रेलवे के व्यस्त हावड़ा-बर्दवान मुख्य डिवीजन में रेल सेवाओं को बाधित किए जाने के बाद एक ही समय ताजा हिंसा भड़क गई।
रविवार की देर शाम रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई झड़पों के बाद रिशरा इलाके के कई इलाके युद्ध के मैदान में तब्दील हो गए।
हालांकि, रिशरा इलाके में दिन भर स्थिति तनावपूर्ण बनी रहने के बावजूद सोमवार देर शाम तक ताजा झड़प की कोई सूचना नहीं थी।
सोमवार रात करीब 10:30 बजे रिशरा रेलवे स्टेशन के पास उस वक्त स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब लोगों के एक समूह ने स्टेशन के पास रेलवे फाटक पर देसी बम फेंकना शुरू कर दिया।
कुछ उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेनों पर पथराव शुरू कर दिया और यहां तक कि रेलवे स्टेशन के पास एक वाहन में आग लगा दी।
इस ताजा हिंसा के बाद व्यस्त हावड़ा-बर्दवान मुख्य मंडल में रेलवे सेवाओं को निलंबित कर दिया गया।
खबर लिखे जाने तक हजारों यात्री हावड़ा स्टेशन पर फंसे हुए थे।
यात्रियों ने विरोध किया और आरोप लगाया कि रेलवे अधिकारी इस बारे में कोई जानकारी देने में असमर्थ हैं कि सामान्य ट्रेन सेवाएं कब शुरू होंगी।
इस बीच, रिशरा में चंदनागोर शहर के पुलिस आयुक्त, अमित पी. जवाल्गी और पुलिस उप महानिरीक्षक (बर्दवान रेंज) श्याम सिंह के नेतृत्व में एक विशाल पुलिस दल ने क्षेत्र में गश्त शुरू कर दिया है। उनके साथ रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी हैं।
जब तक रिपोर्ट दर्ज की गई, तब तक पुलिस बल के कर्मियों ने क्षेत्र की गलियों में रूट मार्च शुरू कर दिया।
पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने स्पष्ट कहा कि जब तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आती, तब तक ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, हम यात्रियों की जान जोखिम में नहीं डाल सकते।
–आईएएनएस
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