कोलकाता, 19 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के एगरा में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की जांच कर रहे अधिकारियों के लिए एक बड़ा झटका है। मामले के मुख्य आरोपी और उक्त फैक्ट्री के मालिक कृष्णपाद बाग उर्फ भानु की शुक्रवार को ओडिशा के कटक के एक अस्पताल में निधन हो गया।
भानु को पश्चिम बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने गुरुवार को ही उसके बेटे पृथ्वीजीत बाग और भतीजे विश्वजीत बाग के साथ गिरफ्तार किया था। विस्फोट में गंभीर रूप से झुलसा भानु अस्पताल में भर्ती था।
भानु की मौत की पुष्टि करते हुए पूर्वी मिदनापुर के जिला पुलिस अधीक्षक के. अमरनाथ ने दावा किया कि भानु के शव को पश्चिम बंगाल वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
भानु की मौत के बाद अब उसका बेटा और भतीजा दो मुख्य आरोपी हैं। भतीजे बिस्वजीत को सीआईडी ने हिरासत में ले लिया है। भाुन के दाह संस्कार के बाद पुलिस उसके बेटे पृथ्वीजीत को भी हिरासत में लेगी।
राज्य पुलिस सूत्रों ने बताया कि भानु कटक के अस्पताल में डॉक्टरों को गुमराह कर भर्ती था। उसने बताया कि एक समारोह में सिलेंडर फटने से उसको चोट लगी है।
गुरुवार को, कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने सीआईडी को विस्फोट की जांच जारी रखने का निर्देश दिया।
प्रारंभिक पुलिस जांच में यह कहा गया कि विस्फोट संभवत: अवैध कारखाने में रखे पटाखों के निर्माण के कच्चे माल से हुआ था, विपक्षी दलों ने दावा किया है कि विस्फोट के प्रभाव से यह साबित होता है कि वहां पटाखे नहीं, बल्कि कच्चे बम बनाए जा रहे थे।
–आईएएनएस
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