कोलकाता, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कोलकाता की एक विशेष अदालत में 160 पन्नों का पूरक आरोपपत्र पेश किया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के पूर्व अध्यक्ष, माणिक भट्टाचार्य, उनके बेटे सौविक भट्टाचार्य और पत्नी सतरूपा भट्टाचार्य का नाम है।
भट्टाचार्य, उनकी पत्नी और बेटे के अलावा, चार्जशीट में नामित चौथा व्यक्ति तापस मंडल है, जो भट्टाचार्य का करीबी सहयोगी और ऑल बंगाल टीचर्स ट्रेनिंग अचीवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
मंडल शिक्षक भर्ती घोटाले का मुख्य गवाह भी है।
ईडी के अधिकारियों ने 10 अक्टूबर को भट्टाचार्य को गिरफ्तार किए जाने के 58वें दिन पूरक आरोपपत्र दायर किया है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि पूरक चार्जशीट में गुप्तचरों ने उल्लेख किया है कि कैसे भट्टाचार्य और उनके बेटे ने राज्य के विभिन्न निजी शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेजों से धन एकत्र किया।
चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि आय का एक बड़ा हिस्सा उनके बेटे सौविक भट्टाचार्य के खाते में जमा किया गया था।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि चार्जशीट में इस बात का उल्लेख है कि माणिक भट्टाचार्य ने कैसे अपनी पत्नी सतरूपा भट्टाचार्य और एक व्यक्ति मृत्युंजय चक्रवर्ती के साथ एक विशेष संयुक्त खाता रखा। उन्होंने चक्रवर्ती के निधन के वर्षो के बाद भी केवाईसी के रूप में उनकी पहचान प्रमाण का उपयोग किया।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट में भट्टाचार्य, उनके बेटे और पत्नी के नाम पर संपत्ति और संपत्ति के विवरण का भी उल्लेख है।
बुधवार को माणिक भट्टाचार्य को विशेष पीएमएलए कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश किया गया।
अदालत में वह पूरी तरह से टूट गए, जब उन्हें बताया गया कि चार्जशीट में उनके बेटे और पत्नी का नाम शामिल किया गया है। उन्हें अपने वकील से कहते हुए सुना गया, मुझे मर जाने दो, लेकिन मेरी पत्नी और बेटे को इस मामले में शामिल मत होने दो।
ईडी ने अपनी पिछली चार्जशीट में भट्टाचार्य को इस शिक्षक भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के पूर्व महासचिव पार्थ चटर्जी का करीबी सहयोगी बताया था। ईडी ने घोटाले में भट्टाचार्य की संलिप्तता के बारे में चटर्जी को सचेत करने वाले एक व्हिसल-ब्लोअर से एक व्हाट्सएप मैसेज भी प्राप्त किया है, जिसे पूर्व शिक्षा मंत्री ने चटर्जी को भेजा था।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम