कोलकाता, 26 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने बुधवार को सदन में राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर चर्चा के लिए भाजपा के स्थगन प्रस्ताव को खारिज करने के अपने फैसले को उचित ठहराया और कहा कि अध्यक्ष की मेज को डाकघर नहीं माना जा सकता।
फैशन डिजाइनर से नेता बनीं अग्निमित्रा पॉल बुधवार को स्थगन प्रस्ताव पढ़ना चाहती थीं, जिसे सदन अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। इससे भाजपा विधायक नाराज हो गए और उन्होंने विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
अध्यक्ष ने बाद में कहा कि किसी भी मामले पर चर्चा की मांग के लिए उचित प्रक्रिया है। उनके मुताबिक, इस मामले में चर्चा का फैसला विषय का मूल्यांकन करने के बाद किया जा सकता है।
उन्होंने कहाा, “अध्यक्ष की मेज को डाकघर नहीं माना जा सकता, जहां कोई व्यक्ति एक पत्र प्रस्तुत करके किसी भी विषय पर चर्चा की मांग कर सकता है, वह भी तब, जब सदन का सत्र पहले से ही चल रहा हो। सदन में चर्चा इस तरह से नहीं होती।”
इस बीच, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार की दोपहर में नई दिल्ली से कोलकाता लौटने के बाद कहा कि भाजपा विधायक दल राज्य में समग्र कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए एक और स्थगन प्रस्ताव पेश करेगा।
भाजपा विधायक दल ने यह भी आरोप लगाया है कि पिछले ढाई साल के दौरान उनके सदस्यों द्वारा लाया गया एक भी स्थगन प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया।
–आईएएनएस
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