कोलकाता, 4 सितंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को राज्य के एक प्रवासी श्रमिक साबिर मलिक की पत्नी को नौकरी दी, जिसकी 27 अगस्त को गोमांस खाने के संदेह में हरियाणा में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मलिक की पत्नी शकीला सरदार को नियुक्ति पत्र सौंपा, जो अपनी चार साल की बेटी के साथ राज्य सचिवालय नबन्ना आई थीं।
जब से लिंचिंग की खबर सामने आई है, तब से तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे पर मुखर है और दावा कर रही है कि मलिक की हत्या गोरक्षक समूहों से जुड़े लोगों ने की है।
तृणमूल की ओर से पार्टी के लोकसभा सांसद समीरुल इस्लाम ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से संपर्क किया और उनके साथ खड़े होने के राज्य सरकार के फैसले के बारे में बताया।
सूत्रों के अनुसार, शकीला सरदार को एक वर्ष के लिए भूमि एवं भूमि सुधार विभाग में संविदा नियुक्ति प्रदान की गई है। एक साल बाद उन्हें ग्रुप-डी स्टाफ के रूप में शामिल किया जाएगा।
नौकरी की पेशकश पीड़ित परिवार को पहले ही दिए गए 3 लाख रुपये के मुआवजे के अतिरिक्त है।
हरियाणा के चरखी दादरी जिले में मलिक की हत्या के आरोप में पांच कथित गौरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने कहा कि रिपोर्टों के अनुसार, आरोपियों को संदेह था कि मलिक ने गोमांस खाया है, इसलिए उन्होंने उसे मारने की साजिश रची।
कथित तौर पर संदिग्धों ने मलिक और एक अन्य मजदूर को 27 अगस्त को खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया और उनकी पिटाई की। घटना में मलिक की मौत हो गई जबकि दूसरे मजदूर का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गिरफ्तार किए गए पांचों लोगों की पहचान अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल के रूप में हुई है।
मलिक हरियाणा में चरखी दादरी जिले के एक गांव में कचरा बीनने का काम करता था, जहां के अधिकांश निवासी प्रवासी मजदूर हैं।
–आईएएनएस
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