अमेठी, 5 नवंबर (आईएएनएस)। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद मंगलवार को अमेठी दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
उन्होंने कहा, “जो लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, वो लोग समाज में अलगाव के जिम्मेदार हैं। यदि समाज एकजुट रहेगा, तो ही प्रगति हो सकती है, और विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने वालों की आलोचना की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सरकार बिना भेदभाव के सभी लोगों के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग भी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो समग्र विकास की अवधारणा पर विश्वास रखते हैं।
मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत इन तालाबों को सुधारा जाएगा और अधिक उपयुक्त बनाए जाने की योजना है।
–आईएएनएस
एसएचके/सीबीटी
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अमेठी, 5 नवंबर (आईएएनएस)। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद मंगलवार को अमेठी दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
उन्होंने कहा, “जो लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, वो लोग समाज में अलगाव के जिम्मेदार हैं। यदि समाज एकजुट रहेगा, तो ही प्रगति हो सकती है, और विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने वालों की आलोचना की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सरकार बिना भेदभाव के सभी लोगों के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग भी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो समग्र विकास की अवधारणा पर विश्वास रखते हैं।
मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत इन तालाबों को सुधारा जाएगा और अधिक उपयुक्त बनाए जाने की योजना है।
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उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
उन्होंने कहा, “जो लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, वो लोग समाज में अलगाव के जिम्मेदार हैं। यदि समाज एकजुट रहेगा, तो ही प्रगति हो सकती है, और विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने वालों की आलोचना की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सरकार बिना भेदभाव के सभी लोगों के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग भी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो समग्र विकास की अवधारणा पर विश्वास रखते हैं।
मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
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उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
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मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
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उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
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अमेठी, 5 नवंबर (आईएएनएस)। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद मंगलवार को अमेठी दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
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उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
उन्होंने कहा, “जो लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, वो लोग समाज में अलगाव के जिम्मेदार हैं। यदि समाज एकजुट रहेगा, तो ही प्रगति हो सकती है, और विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने वालों की आलोचना की जानी चाहिए।”
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उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
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उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
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उन्होंने कहा, “सरकार बिना भेदभाव के सभी लोगों के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग भी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो समग्र विकास की अवधारणा पर विश्वास रखते हैं।
मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत इन तालाबों को सुधारा जाएगा और अधिक उपयुक्त बनाए जाने की योजना है।
–आईएएनएस
एसएचके/सीबीटी
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अमेठी, 5 नवंबर (आईएएनएस)। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद मंगलवार को अमेठी दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी।
उन्होंने ‘कटेंगे तो बंटेंगे’ वाले बयान पर कहा, “यह एक जटिल मुद्दा है, इसे विभिन्न पहलुओं से समझना होगा, तभी जाकर वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम जातियों और धर्मों को लेकर बंटते रहेंगे, तब तक देश में प्रगति नहीं हो सकती। समाज में भाईचारे और एकता की जरूरत है, ताकि देश एक साथ आगे बढ़ सके। पहले के समय में, जैसे कि हिंदू और मुसलमान के बीच तनाव और संघर्ष होते थे, अब उन सब मुद्दों को समाप्त कर दिया गया है, और सरकार एक समग्र दृष्टिकोण के तहत काम कर रही है, ताकि हर धर्म, जाति और वर्ग को एक साथ जोड़ा जा सके।”
उन्होंने कहा, “जो लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, वो लोग समाज में अलगाव के जिम्मेदार हैं। यदि समाज एकजुट रहेगा, तो ही प्रगति हो सकती है, और विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने वालों की आलोचना की जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सरकार बिना भेदभाव के सभी लोगों के लिए योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के लोग भी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो समग्र विकास की अवधारणा पर विश्वास रखते हैं।
मंत्री ने बताया कि अमेठी में बहुत सारे तालाब हैं, इनमें से कुछ बड़े तालाब भी हैं, और इन तालाबों को अधिक विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पुराने तालाबों को पुनर्निर्मित किया जाए और उन्हें बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए, ताकि क्षेत्र का विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के तहत इन तालाबों को सुधारा जाएगा और अधिक उपयुक्त बनाए जाने की योजना है।