नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय युवाओं एवं बच्चों के बीच ई-सिगरेट एवं वैप्स जैसे नए जमाने के टबैको डिवाइसेज के बढ़ते प्रसार से चिंतित माताओं के संयुक्त मोर्चे ‘मदर्स अगेंस्ट वैपिंग (एमएवी)’ को प्रसिद्ध अभिनेत्री, मॉडल एवं मां नेहा धूपिया का साथ मिला है। एमएवी ने कहा है कि नेहा धूपिया का साथ बच्चों के बीच बढ़ते इस संकट के निपटने के हमारे प्रयासों और दृढ़ संकल्प को दिखाता है।
दरअसल, राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध के बावजूद अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भारतीय बच्चों एवं युवाओं को निशाना बनाते हुए इन नए जमाने के टबैको डिवाइसेज को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। इसका कारण यह है कि ये कंपनियां अपने संबंधित देशों में सख्त नियमों के चलते नए बाजार तलाश रही हैं। इस बारे में जागरूकता बढ़ाने और माता-पिता, शिक्षकों एवं नीति निर्माताओं से तत्काल कदम उठाने का आग्रह करने के लिए मदर्स अगेंस्ट वैपिंग एक जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है।
अपनी बेबाकी और महिलाओं के लिए प्रेरणा के रूप में जानी जाने वाली नेहा धूपिया मदर्स अगेंस्ट वैपिंग आंदोलन का मजबूती से समर्थन करती हैं। उन्होंने कहा, “एक जिम्मेदार मां के रूप में मैं पूरी तरह से मदर्स अंगेस्ट वैपिंग और उनके उद्देश्य का समर्थन करती हूं। यह मुद्दा बेहद चिंताजनक है और सभी माताओं को इस बारे में सोचना चाहिए, क्योंकि इसका सीधा असर हमारे बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता है। माताओं के रूप में हमें एकजुट होना चाहिए, अपनी आवाज उठानी चाहिए और वैपिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के खिलाफ जागरूकता बढ़ानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो कि हमारे बच्चे एवं युवा पूरी तरह ऐसी आदतों की गिरफ्त से बच सकें।”
मदर्स अगेंस्ट वैपिंग अभियान को पद्मश्री, खेल रत्न अर्जुन पुरस्कार विजेता डॉ. दीपा मलिक, डॉ. भावना बर्मी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, सार्वजनिक वक्ता, हैप्पीनेस स्टूडियो की संस्थापक एवं फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में हेड साइकोलॉजिस्ट डॉ. वरुणा पाठक, गांधी मेडिकल कॉलेज में स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान की पूर्व प्रोफेसर कमलजीत कौर, प्रसिद्ध कैलीग्राफी आर्टिस्ट और वैशाली शर्मा, संस्थापक – द चंपा ट्री, पैरेंटिंग ब्लॉग जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों का भी समर्थन प्राप्त है।
नेहा के समर्थन से इस अभियान को बढ़ावा मिलेगा। इस अभियान की पहुंच बच्चों में वैपिंग को काफी हद तक कम करने और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा का वादा करती है। मदर्स अगेंस्ट वैपिंग के अनुसार, नीति निर्माताओं एवं संबंधित पक्षों के लिए इंटरनेशनल मार्केटर्स के एजेंडे को समझना और वैपिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट जैसे हीट-नॉट-बर्न टबैको प्रोडक्ट्स के हानिकारक प्रभावों को लेकर व्यापक जागरूकता के कदम उठाना जरूरी है। इस संबंध में गलतफहमियों को दूर करने के लिए सिनेमा हॉलों से आगे बढ़कर विविध सार्वजनिक स्थानों तक प्रभावशाली विज्ञापनों का प्रसार होना चाहिए।
नए जमाने के टबैको डिवाइसेज और हीट-नॉट-बर्न टबैको प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए ई-सिगरेट कंपनियों द्वारा अपनाई गई भ्रामक मार्केटिंग स्ट्रेटजी का मुकाबला करने के लिए इस तरह के जागरूकता अभियान आवश्यक हैं। आकर्षक डिजाइन और स्ट्रॉबेरी या बबल गम फ्लेवर वाले ये उपकरण बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। डिजिटल पीढ़ी के रूप में आज के बच्चे एवं युवा नई तकनीकों को बहुत तेजी से अपनाते हैं। यही कारण है कि उनके वैपिंक के प्रति आकर्षित होने का खतरा रहता है। यह प्रवृत्ति आगे चलकर लत लगने का गंभीर खतरा पैदा करती है, क्योंकि ई-सिगरेट और अन्य टबैको डिवाइसेज कोकीन एवं हेरोइन जैसे हानिकारिक पदार्थों के लिए गेटवे डिवाइस के रूप में काम करते हैं।
मदर्स अगेंस्ट वैपिंग का मिशन बच्चों में सकारात्मक मूल्यों को स्थापित करने और उन्हें ऐसी बुराईयों के चंगुल से बचाने के लिए समर्पित है। नेहा धूपिया जैसी प्रभावशाली हस्तियों का समर्थन वैपिंग के खिलाफ माताओं के अभियान को गति देगा और बच्चों के बीच वैपिंग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करेगा।
–आईएएनएस
एबीएम