तिरुवनंतपुरम, 5 फरवरी (आईएएनएस)। केरल में भाजपा और कांग्रेस ने विपक्ष पर हमला करने के लिए बजट का इस्तेमाल करने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है।
विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा, “बजट की पवित्रता खराब हो गई है क्योंकि मंत्री राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं और इसे विपक्ष पर हमला करने के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष का योजना व्यय महज 55.24 फीसदी तक पहुंच सका है।
उन्होंने कहा, ”लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो महीने बचे हैं, चीजें बद से बदतर होती जाएंगी।”
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को पूरी तरह से अंधेरे में छोड़ दिया गया है और कई अन्य क्षेत्रों का भी यही हाल है।
सतीसन ने बजट को “चौतरफा निराशाजनक” बताते हुए कहा, “प्रत्येक परियोजना जिसके बारे में यह बजट अत्यधिक चर्चा करता है (विझिंजम पोर्ट, कोच्चि मेट्रो, वॉटर मेट्रो), ओमन चांडी की परियोजना थी।”
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि शराब, भूमि कर, घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने वालों से लेकर सभी न्यायिक प्रक्रियाओं से संबंधित ली जाने वाली फीस में बढ़ोतरी होगी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि बजट में ऐसा कुछ नहीं है जो मुश्किल में फंसे लोगों को राहत दे सके।
उन्होंने कहा, “राज्य गहरे वित्तीय संकट से कैसे बाहर आएगा, इसका कोई उल्लेख नहीं है। केआईआईएफबी के लिए कुछ भी नहीं है, जो धोखाधड़ी साबित हो चुका है।”
उन्होंने पूछा कि क्या माकपा की छात्र इकाई एसएफआई पूर्व राजनयिक टी.पी. श्रीनिवासन से माफी मांगेगी, जिन्हें एसएफआई कार्यकर्ता ने तब पीटा था जब उन्होंने केरल में विदेशी विश्वविद्यालयों को आमंत्रित करने की केरल की आवश्यकता के बारे में बात की थी।
इससे पहले केरल के वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने बजट पेश करते हुए कहा कि राज्य तेजी से विकास के लिए तैयार है क्योंकि अगले तीन साल में तीन लाख करोड़ रुपये की निवेश आकर्षित करने के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है।
बालगोपाल ने इससे पहले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 273.94 करोड़ रुपये के घाटे का बजट पेश किया था।
–आईएएनएस
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