मुंबई, 21 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के बदलापुर की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए लोगों ने 24 तारीख को महाराष्ट्र बंद करने का ऐलान किया गया है। इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपनी बात रखी है।
उन्होंने कहा, “जिस तरह से प्रारंभिक स्थिति में तथ्य सामने आ रहे हैं, उससे यह साफ जाहिर हो चुका है कि पुलिस प्रशासन स्कूल को बचाने में जुटा हुआ था। हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि इस तरह का मामला प्रकाश में आया हो, बल्कि इससे पहले भी इस तरह के मामले प्रकाश में आ चुके हैं। पुलिस प्रशासन की शिथिलता का अंदाजा महज इसी से लगाया जा सकता है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में 12 घंटे से भी अधिक का वक्त लगा, वो भी एफआईआर तब दर्ज की गई, जब मंत्रालय ने मामले में हस्तक्षेप किया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि मेडिकल टेस्ट होने के कई घंटों के बाद पुलिस पहुंची। ऐसे में इस बात का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि पुलिस प्रशासन पूरे मामले में कितनी गंभीर है।”
उन्होंने आगे कहा, “मौजूदा परिस्थिति से यह साफ जाहिर हो चुका है कि शासन प्रशासन एक स्कूल को बचाकर ऐसे घिनौने काम को छुपाने का प्रयास कर रहा था, जो किसी भी कीमत में स्वीकार्य नहीं है। अब समय आ चुका है कि हम सभी लोग मिलकर महाराष्ट्र का समर्थन करें, क्योंकि आज यह किसी और की बेटी के साथ हुआ है, कल को हमारी बेटी के साथ भी हो सकता है। आखिर कब तक हम लोग चुप रहेंगे, आखिर कब तक हम लोग इस पर राजनीति करते रहेंगे। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगी कि यह राजनीति का विषय नहीं है। खासकर मैं महाराष्ट्र की महिलाओं से कहना चाहूंगी कि हमें हमेशा से यही सिखाया गया कि शोर क्यों मचा रही हो, आवाज क्यों उठा रही हो, लेकिन मैं कहना चाहूंगी कि अब हम आवाज उठाएं।”
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों से यौन शोषण का मामला प्रकाश में आने के बाद आम लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। लोगों के आक्रोश से महाराष्ट्र में ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। 30 लोकट ट्रेनें जहां रद्द कर दीं गईं तो वहीं कई ट्रेनों का रूट बदल दिया गया।
–आईएएनएस
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