अनूपपुर, देशबन्धु. जनपद जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत बरबसपुर सचिव राकेश सिंह द्वारा भवन निर्माण की अनुमति के लिए 5 हजार की रिश्वत लेने के मामले में जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने सचिव राकेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता सुधीर कुमार दुबे पिता स्व.जे.पी. दुबे निवासी वार्ड 12 पुलिस लाईन रोड़ डीव्हीएम स्कूल के पास द्वारा 2 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई कि 16 जून 2024 को वह अपनी पत्नी के नाम से भवन निर्माण की अनुमति हेतु ग्राम पंचायत बरबसपुर के सचिव राकेश सिंह के पास अनुमति हेतु आवश्यक दस्तावेज जमा किये.
जिसके बाद सचिव द्वारा शुल्क के नाम पर 5 हजार रूपए की मांग किए जाने पर सचिव के फोन-पे नंबर पर 5 हजार रूपए ट्रांसफर किया गया. जिसके बाद 13 जून से लेकर दिसम्बर 2024 तक लगातार 15 बार राशि वापस किए जाने की मांग की गई. जहां सचिव राकेश सिंह द्वारा राशि वापस नही किया गया. जांच के दौरान सचिव राकेश सिंह का कथन लिया गया, जहां सचिव ने राशि उधार लिया जाना स्वीकार किया गया.
पूरे मामले में शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत किए गये स्टेटमेंट का अवलोकन करने पर पाया गया कि सचिव द्वारा फोन पे में 5 हजार रूपए ट्रांसफर हुए है. जहां बरबसपुर सचिव राकेश सिंह का उक्तकृत्य भ्रष्टाचार की श्रेणी तथा म.प्र. पंचायत सेवा (आचरण) नियम 1998 का घोर उल्लंघन पाये जाने पर जिला पंचायत सीईओं तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने म.प्र. पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 भाग 2, नियम 4 के तहत जनपद जैतहरी के ग्राम पंचायत बरबसपुर सचिव राकेश सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
इसके पूर्व भी बरबसपुर के ग्रामीणों द्वारा सचिव द्वारा 15वें वित्त के मद से निर्माण कराये गये सीसी सड़क, सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, भोलगढ़ में मंगल भवन एवं सह पुरूष एवं महिलाओं के लिए प्रसाधन की राशि बिना कार्य किए हुए निकाल लिए जाने एवं शासकीय राशि का दुरूपयोग कर भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत की गई है. लेकिन अब तक उक्त निर्माण कार्यो के अधूरे होने तथा सचिव राकेश ङ्क्षसह द्वारा राशि निकाल लिये जाने के मामले में जांच नही की गई है.