नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के नेता पंजाब सरकार में मंत्री बलकार सिंह पर एक युवती ने नौकरी के बदले यौन संबंध बनाने के लिए बाध्य करने का आरोप लगाया है। युवती के आरोप के बाद आम आदमी पार्टी के नेता बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं।
मीडिया ने उनसे इस संबंध में सवाल किए तो वो कन्नी काटते नजर आए। वो इतना कहकर चलते बने कि नो कमेंट प्लीज। वहीं, अब बलकार सिंह पर बीजेपी नेता तजिंदर सिंह बग्गा ने निशाना साधा है। उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी के नेता बलकार सिंह 21 वर्षीय दलित बहन द्वारा नौकरी मांगने पर उसका फायदा उठाने की कोशिश करता है, लेकिन आप बेशर्मी की इंतहा देखिए कि इस अपमानजनक वीडियो के 24 घंटे के बाद भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक शब्द तक नहीं बोलते हैं और मीडिया जब बलकार सिंह से इस संबंध में सवाल करती है, तो वो पहले बेशर्मों की तरह हंसता है और इसके बाद कहता है कि मैं इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। उनके द्वारा दिया गया यही बयान कि मैं इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहता, यही उनकी स्वीकारोक्ति का प्रतीक है। उन्होंने खुद अपने ऊपर लग रहे आरोपों को स्वीकार किया है। उन्होंने एक बार भी नहीं कहा कि मेरे ऊपर लग रहे आरोप झूठे हैं।“
बीजेपी नेता ने कहा, “बलकार सिंह हंस रहे हैं। बलकार सिंह सिर्फ उस 21 साल की लड़की पर नहीं हंसे, बल्कि पंजाब की हर उस बहन बेटी पर हंस रहे हैं जो कि आज मजबूर है और मैं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग करता हूं कि बलकार सिंह को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि 21 साल की बेटी को न्याय मिले और अगर आपने ऐसा नहीं किया, तो पंजाब की जनता आपको सत्ता से बाहर कर मुंहतोड़ जवाब देगी।“
बता दें कि बीते दिनों बलकार सिंह का एक वीडियो सामने आया था, जिसके बाद आम आदमी पार्टी बीजेपी के निशाने पर आ गई। वीडियो में कथित तौर पर बलकार सिंह 21 वर्षीय महिला के आगे अश्लील हरकत करते हुए देखे जा रहे हैं। हालांकि, वीडियो की सत्यता की पुष्टि अभी बाकी है। वहीं, पीड़ित महिला से जब इस संबंध में सवाल किया गया, तो उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता बलकार सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए।
आप नेता इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं। वहीं, महिला आयोग ने भी अपने बयान में स्पष्ट कर दिया है कि अगर बलकार पर लगे आरोप सही साबित हुए, तो उनके खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा।
–आईएएनएस
एसएचके/एसकेपी