ढाका, 24 सितंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश के पूर्व खाद्य मंत्री कमरुल इस्लाम को कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उन पर पिछले वर्ष जुलाई में सत्ता विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई जूट व्यापारी मोहम्मद मोनिर की हत्या का आरोप है। स्थानीय मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इसके अलावा, अदालत ने अवामी लीग के पूर्व सांसद मोहम्मद सुलेमान सलीम की भी इसी विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई एक अन्य हत्या मामले में ‘गिरफ्तारी’ दिखाई।
ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सादेकुर रहमान ने पुलिस और बचाव पक्ष के वकीलों की याचिकाओं पर सुनवाई के बाद यह आदेश जारी किया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शाहबाग पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी मैनुल इस्लाम खान पुलक ने कमरुल की 10 दिन की रिमांड मांगी थी और सलीम को हत्या के मामले में ‘गिरफ्तार’ दिखाने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया था।
सुनवाई के दौरान, कमरुल के वकील, मोर्शेद हुसैन शाहीन ने रिमांड का विरोध किया।
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र, द बिजनेस स्टैंडर्ड ने शाहीन के हवाले से कहा, “वह एक स्वतंत्रता सेनानी हैं और 76 वर्ष के हैं। वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं, और खाने-पीने की छोटी-मोटी समस्या भी है। उनके खिलाफ ये 23वां मामला है। वह कैंसर पीड़ित हैं और रिमांड पर लिए जाने की स्थिति में नहीं हैं। उनकी सेहत को देख कर कहा जा सकता है कि उनके साथ कोई भी गंभीर घटना हो सकती है।”
शाहीन ने तर्क दिया कि उनके मुवक्किल को बार-बार अदालत में पेश होने के कारण परेशानी हो रही है।
वकील ने दलील दी, “उनसे जेल के गेट पर पूछताछ होनी चाहिए। इसके अलावा, वह संबंधित क्षेत्र के सांसद भी नहीं थे। एक ही व्यक्ति एक ही समय में अलग-अलग इलाकों में कैसे मौजूद हो सकता है?”
पुलिस ने पिछले साल 18 नवंबर को ढाका के उत्तरा से कमरुल को गिरफ्तार किया था। उन पर कई आरोप हैं, जिनमें पिछले साल जुलाई में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान शाहबाग में जूट व्यापारी मोहम्मद मोनिर की हत्या भी शामिल है।
दूसरी ओर, सलीम को 14 नवंबर, 2024 को राजधानी के गुलशन इलाके में उसी विरोध प्रदर्शन से जुड़े अलग-अलग हत्या के मामलों में हिरासत में लिया गया था।
एक अलग घटनाक्रम में, बुधवार को बांग्लादेशी पुलिस ने अवामी लीग के नेता और पार्टी की छात्र शाखा छात्र लीग के पूर्व महासचिव अजय कार खोकन को गिरफ्तार कर लिया।
एक पुलिस सूत्र के हवाले से, बांग्लादेश के प्रमुख अखबार जुगंतोर ने बताया कि उन्हें अवामी लीग के लिए एक जुलूस आयोजित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
ये ताजा घटनाक्रम मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत अवामी लीग के नेताओं और पार्टी से जुड़े अधिकारियों पर चल रही कार्रवाई के बीच सामने आए हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम यूनुस शासन द्वारा की जा रही एक बड़ी राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, क्योंकि अगस्त 2024 में उनके पद से हटने के तुरंत बाद पूर्व प्रधानमंत्री हसीना, उनकी पार्टी के सदस्यों और उनके कार्यकाल के दौरान कार्यरत अधिकारियों के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे।
–आईएएनएस
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