deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अंतरराष्ट्रीय

बांग्लादेश: चुनाव चिन्ह विवाद के बीच एनसीपी की धमकी, ‘नहीं दिया शापला तो भुगतना होगा परिणाम’

देशबन्धु by देशबन्धु
October 7, 2025
in अंतरराष्ट्रीय
0
बांग्लादेश: चुनाव चिन्ह विवाद के बीच एनसीपी की धमकी, ‘नहीं दिया शापला तो भुगतना होगा परिणाम’
0
SHARES
3
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

ढाका, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में अगले साल चुनाव होने वाले हैं और इसकी तैयारी में सभी पार्टियां जुट गई हैं। इस बीच इलेक्शन सिंबल को लेकर एक बड़ी पार्टी ने चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया है। नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने चेतावनी दी है कि यदि उसे शापला (वाटर लिली यानी नील कमल) चुनाव चिन्ह नहीं दिया गया तो अगले साल होने वाले चुनावों पर इसके दूरगामी परिणाम पड़ सकते हैं।

READ ALSO

बलूचिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और इस्लामिक स्टेट खुरासान का नया आतंकी गठजोड़

साउथ कोरिया में राष्ट्रीय त्योहार का जश्न, राष्ट्रपति ने लोगों का जीवन सुधारने का दोहराया संकल्प

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह टिप्पणी चुनाव आयोग (ईसी) के उस हालिया निर्देश के बाद आई है जिसमें एनसीपी को 50 विकल्पों में से अपना चुनाव चिन्ह चुनने को कहा गया था। इन विकल्पों में पार्टी की ओर से मांगा गया “शापला” शामिल नहीं था।

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र, द डेली स्टार से बात करते हुए, एनसीपी के मुख्य समन्वयक नसीरुद्दीन पटवारी ने कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो पार्टी लोकतांत्रिक तरीकों से एक स्वतंत्र और संवैधानिक चुनाव आयोग बनाने की दिशा में काम करेगी।

पटवारी ने कहा, “अगर एनसीपी को शापला चिन्ह नहीं मिलता है, तो इसका चुनाव पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा। एक स्वतंत्र आयोग के बिना निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते। अगर चुनाव निष्पक्ष नहीं होंगे, तो सड़कों पर खून-खराबा होगा। लेकिन हम इससे बचने की कोशिश करेंगे। अगर हम मुश्किल में पड़ गए, तो हमारे पास विरोध करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”

“अगर हमें इस अधिकार से वंचित किया जाता है, तो हम लोकतांत्रिक तरीके से एक स्वतंत्र और संवैधानिक चुनाव आयोग बनाने के लिए काम करेंगे। हम अपनी मांगों को पूरा करने से पीछे नहीं हटेंगे और राजनीतिक रूप से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।”

इस बीच, सोमवार को राजशाही में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, एनसीपी के मुख्य संयोजक सरजिस आलम ने कहा कि पार्टी आगामी चुनाव शापला चुनाव चिन्ह के तहत लड़ेगी।

ADVERTISEMENT

सरजिस ने चुनाव आयोग से एनसीपी को शापला सिंबल देने से इनकार करने के बजाय अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एनसीपी को यह चुनाव चिन्ह प्राप्त करने से रोकने वाली कोई कानूनी बाधा नहीं है।

एनसीपी नेता ने कहा, “हमारी टीम ने इस पर लंबे समय तक काम किया और सभी कानूनी पहलुओं पर ध्यानपूर्वक विचार किया। चुनाव और चुनाव चिन्ह से जुड़े विशेषज्ञों और कानूनी पेशेवरों से परामर्श के बाद, हमने शापला को अपना चुनाव चिन्ह अपनाने का फैसला किया।”

उन्होंने आगे कहा, “यहां कोई कानूनी बाधा नहीं है। अगर चुनाव आयोग मनमाने ढंग से काम करता है या दबाव में आकर हमें शापला चुनाव चिन्ह देने से इनकार करता है, तो हम मानेंगे कि एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था के रूप में उसने अपना चरित्र खो दिया है। अगर ऐसा होता है, तो चुनावी प्रक्रिया में हमारा विश्वास कम हो जाएगा। लेकिन हमें विश्वास है कि हमें शापला चुनाव चिन्ह मिल जाएगा और एनसीपी इसके तहत चुनाव लड़ेगी।”

बांग्लादेश अगले साल होने वाले चुनाव से पहले बढ़ती अनिश्चितता और राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है।

छात्र नेताओं ने पहले भी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित अवामी लीग सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मुहम्मद यूनुस और कई अन्य कट्टरपंथी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर काम किया था।

–आईएएनएस

केआर/

देशबन्धु

Related Posts

बलूचिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और इस्लामिक स्टेट खुरासान का नया आतंकी गठजोड़
अंतरराष्ट्रीय

बलूचिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और इस्लामिक स्टेट खुरासान का नया आतंकी गठजोड़

October 7, 2025
साउथ कोरिया में राष्ट्रीय त्योहार का जश्न, राष्ट्रपति ने लोगों का जीवन सुधारने का दोहराया संकल्प
अंतरराष्ट्रीय

साउथ कोरिया में राष्ट्रीय त्योहार का जश्न, राष्ट्रपति ने लोगों का जीवन सुधारने का दोहराया संकल्प

October 7, 2025
राष्ट्रीय दिवस की छुट्टियों में मकाऊ का पर्यटन बाजार हुआ गुलजार
अंतरराष्ट्रीय

राष्ट्रीय दिवस की छुट्टियों में मकाऊ का पर्यटन बाजार हुआ गुलजार

October 7, 2025
ली छ्यांग की डीपीआरके यात्रा पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
अंतरराष्ट्रीय

ली छ्यांग की डीपीआरके यात्रा पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया

October 7, 2025
ली छ्यांग डीपीआरके की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे
अंतरराष्ट्रीय

ली छ्यांग डीपीआरके की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे

October 7, 2025
क्वांटम यांत्रिकी में कार्य के लिए 3 वैज्ञानिकों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कारक्वांटम यांत्रिकी में कार्य के लिए 3 वैज्ञानिकों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार
अंतरराष्ट्रीय

क्वांटम यांत्रिकी में कार्य के लिए 3 वैज्ञानिकों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार

October 7, 2025
Next Post
तीन दशकों के बाद बॉबी देओल ने किया खुलासा, कौन सी अभिनेत्रियां हैं उनके दिल के करीब

तीन दशकों के बाद बॉबी देओल ने किया खुलासा, कौन सी अभिनेत्रियां हैं उनके दिल के करीब

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

119524
Total views : 6043095
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In