ढाका, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष मार्क मैलोच-ब्राउन ने रविवार को ढाका में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस से मुलाकात की।
ओपन सोसाइटी फाउंडेशन को हंगरी में जन्मे अरबपति अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस ने स्थापित किया था।
यूनुस के कार्यालय ने एक्स पर बैठक की एक तस्वीर के साथ पोस्ट किया, “लॉर्ड मार्क मैलोच-ब्राउन ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार से मुलाकात की।”
ब्राउन, ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और ब्रिटिश सरकार में मंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने जून 2024 में ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के नए अध्यक्ष के रूप में बिनैफर नौरोजी की नियुक्ति के बाद अपनी भूमिका से इस्तीफा दे दिया था।
नब्बे वर्षीय सोरोस ने पिछले कुछ वर्षों में, भारत सहित अन्य देशों में राष्ट्रवादी सरकारों को सत्ता से हटाने के अपने इरादे की खुलेआम घोषणा की है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोरोस को भारत की छवि और लोकतांत्रिक ढांचे को नुकसान पहुंचाने के लिए बार-बार प्रयास करने के लिए ‘बूढ़ा, अमीर, जिद्दी और खतरनाक’ व्यक्ति बताया था।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन ने उन्हें एक ‘वामपंथी’ व्यक्ति बताया, जिसके पास “बहुत सारा पैसा” है। उन्होंने कहा कि इस विवादास्पद व्यवसायी के विचारों को कई प्रमुख मुद्दों पर वाशिंगटन के रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
बोल्टन ने अक्टूबर में आईएएनएस से एक विशेष बातचीत में कहा, ‘देखिए, अमेरिकी राजनीति के लिहाज से सोरोस वामपंथी हैं और उनके पास बहुत सारा पैसा है। वह अमेरिकी राजनीति में इसका भरपूर इस्तेमाल करते हैं और निश्चित रूप से ऐसी रिपोर्टें हैं कि वह दुनिया भर में भी इसका इस्तेमाल करते हैं। मुझे लगता है कि उनका समग्र विश्वदृष्टिकोण ऐसा नहीं है जिससे मैं सहमत हूं।”
दिलचस्प बात यह है कि ब्राउन-यूनुस की बैठक विदेश सचिव विक्रम मिस्री और बांग्लादेशी समकक्ष जशीम उद्दीन की सोमवार को होने वाली मुलाकात से पहले हुई है।
पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच संबंधों में भारी गिरावट आई है। भारत बांग्लादेश में चरमपंथी बयानबाजी, हिंसा की बढ़ती घटनाओं और विशेष रूप से हिंदू समुदाय के खिलाफ उकसावे की घटनाओं में वृद्धि से बेहद चिंतित है।
इस हफ्ते की शुरूआत में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर ‘सामूहिक हत्याओं का मास्टरमाइंड’ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यूनुस देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की साजिश रचने में शामिल है।
पूर्व पीएम ने कहा, “आज मुझ पर सामूहिक हत्याओं का आरोप लगाया गया है। वास्तव में, यह मुहम्मद यूनुस ही हैं जो अपने छात्र समन्वयकों के साथ मिलकर एक सोची-समझी योजना के तहत सामूहिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार हैं। वे ही मास्टरमाइंड हैं।”
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर अल्पसंख्कों के साथ भेदभाव बरतने, उन्हें, उनके घरों और धार्मिक स्थलों को पर्याप्त सुरक्षा न देने के आरोप लगते रहे हैं।
पूर्व पीएम ने कहा, “शिक्षकों और पुलिस पर हमला किया जा रहा है और उनकी हत्या की जा रही है। हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों पर हमला किया जा रहा है। कई चर्चों और मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यकों पर हमला क्यों किया जा रहा है?”
–आईएएनएस
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