ढाका, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में मंगलवार सुबह तक 24 घंटों में डेंगू के कारण दो और लोगों की जान गई, जिससे 2025 में देश में मच्छर जनित बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 217 हो गई है। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के अनुसार, ढाका दक्षिण और उत्तरी नगर निगमों में दो लोगों की मौत दर्ज की गई। यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (यूएनबी) की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान, वायरल बुखार के कारण 715 और लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिससे 2025 में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 51,404 हो गई।
वर्तमान में, ढाका में 859 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 2,520 मरीज बांग्लादेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। नए मामले रिपोर्ट हुए हैं। संक्रमित मरीजों में 60.9 प्रतिशत पुरुष और 39.1 प्रतिशत महिलाएं हैं।
डीजीएचएस के अनुसार, 2024 में डेंगू से कुल 575 लोगों की मौत हुई। इसी अवधि के दौरान, बांग्लादेश में डेंगू के 101,214 मामले सामने आए और 100,040 लोग ठीक हुए।
स्थानीय मीडिया ने रविवार को बताया कि पिछले हफ्ते, बांग्लादेश के स्वास्थ्य निदेशालय ने बुखार से पीड़ित सभी मरीजों से तुरंत अस्पताल जाकर डेंगू की जांच करवाने और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर तुरंत चिकित्सीय सहायता लेने का आग्रह किया था।
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र, द डेली स्टार से बात करते हुए, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के निदेशक (अस्पताल) अबू हुसैन मोइनुल अहसन ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने में देरी डेंगू से होने वाली मौतों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।
डीजीएचएस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “मुख्यतः, अस्पताल पहुंचने में देरी के कारण मरीजों की हालत खराब हो रही है। अस्पताल में देर से भर्ती होना या डॉक्टरों से परामर्श में देरी से जटिल मामलों का इलाज मुश्किल हो जाता है।”
अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि सभी अस्पतालों में पर्याप्त दवाइयां, सलाइन और डेंगू परीक्षण किट उपलब्ध हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू का शीघ्र पता लगाना, दिशानिर्देशों के अनुसार उपचार और मच्छर नियंत्रण के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करना आवश्यक है।
–आईएएनएस
केआर/