कोलकाता, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राधारमण दास ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के एक और मंदिर को उपद्रवियों ने आग लगा दी है।
दास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बांग्लादेश में एक और इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को जला दिया गया है। मंदिर के अंदर मौजूद देवी-देवताओं और सभी वस्तुओं को पूरी तरह जला दिया गया। केंद्र ढाका में स्थित है।”
उन्होंने कहा कि हमला शनिवार तड़के करीब दो बजे और तीन बजे हुआ।
दास ने कहा, “ढाका जिले के तुराग थाने के अधिकार क्षेत्र में धौर गांव में स्थित हरे कृष्ण नमहट्टा संघ के अंतर्गत आने वाले राधा कृष्ण मंदिर और महाभाग्य लक्ष्मी नारायण मंदिर में उपद्रवियों ने आग लगा दी।”
उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर के पिछले हिस्से की छत को उठाकर आग लगाई गई। दास ने कहा, “आग लगाने के लिए पेट्रोल या ऑक्टेन का इस्तेमाल किया गया।”
हमले की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह पूजा स्थल के खिलाफ नफरत का अक्षम्य कृत्य है।
मजूमदार ने कहा, “दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने और धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।”
इस महीने की शुरुआत में दास ने अंतर्राष्ट्रीय शांति संगठनों पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों और अत्याचारों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया था।
हाल ही में पश्चिम बंगाल विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के बाद बांग्लादेश में शांति सेना पर विचार करने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष एक प्रस्ताव भी रखा।
हालांकि, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने उनके प्रस्तावों को उनके विरोधाभास का एक और उदाहरण बताया है।
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने विधानसभा में एक प्रस्ताव रखा ताकि बांग्लादेश में शांति सेना भेजी जा सके। जब जिहादी राज्य के विभिन्न इलाकों में हिंदू धार्मिक त्योहारों में बाधा डाल रहे थे, तब राज्य में उनकी पुलिस क्या कर रही थी? बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी एक ही हैं।”
–आईएएनएस
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