चंडीगढ़, 29 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में शुक्रवार को वैष्णव प्रियागोरांग दास और गौड़ीय मठ की तरफ से विरोध-प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनकारी वैष्णव प्रियागोरांग दास ने कहा, “हम यहां इसलिए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। इसके अलावा, इस्कॉन के भक्तों को भी निशाना बनाया जा रहा है। वहां माताओं के साथ अत्याचार हो रहा है। हिंदू भाइयों के घर तोड़े जा रहे हैं, उनके घरों को जलाया जा रहा है। हिंदू परिवारों को निशाने पर लिया जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ नाइंसाफी हो रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इस तरह की घटना के विरोध में रोष प्रकट करना बिल्कुल जायज है, इसलिए आज हम सभी लोग यहां एकत्रित हुए हैं, ताकि इस घटना के विरोध में अपना रोष जाहिर कर सकें।”
उन्होंने आगे कहा, “मानवता के मूल्यों के प्रति और उनकी रक्षा के लिए हम यहां एकत्रित हुए हैं। यह दुखद है कि शांति प्रिय लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। वहां पर इस्कॉन पिछले 50 साल से लोगों के हित में काम कर रहा है। सामाजिक कल्याण की दिशा में इस्कॉन ने अपना अमूल्य योगदान दिया है, जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में जब कभी-भी कोई प्राकृतिक विपदा आई है, तो इस्कॉन सबसे आगे रहा। इसके बावजूद हमारे लोगों को जिस तरह से वहां पर निशाना बनाया जा रहा है, वह निंदनीय है।”
उन्होंने कहा, “भारत सरकार सहित जितने भी अंतर्राष्ट्रीय संगठन हैं, उन सभी को चाहिए कि वे बांग्लादेश सरकार से अपील करें कि हिंदुओं को जिस तरह से निशाना बनाया जा रहा है, उस पर रोक लगाई जाए।”
उन्होंने कहा, “जिस तरह से भारत में मुस्लिम समुदाय के लोग शांति से रहते हैं, ठीक उसी प्रकार से बांग्लादेश में भी हिंदू सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शांति से रहें। इस दिशा में भारत सरकार को कदम बढ़ाना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में लगातार हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया रहा है। इसके अलावा, उनके धार्मिक स्थलों पर भी हमले किए जा रहे हैं। इसे लेकर भारत सरकार ने आपत्ति जताई है।
समाज के कई प्रबुद्ध लोगों ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों पर हो रही हिंसा पर रोक लगाने की मांग की है।
बीते दिनों ढाका एयरपोर्ट पर बांग्लादेश में इस्कॉन के प्रमुख पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई थी, जिस पर इस्कॉन मंदिर से जुड़े लोगों सहित हिंदू समुदाय ने अपना रोष जाहिर किया था।
–आईएएनएस
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