नई दिल्ली, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। कोलकाता के रानी रश्मोनी एवेन्यू में ‘बंगाली हिंदू सुरक्षा समिति’ की तरफ से एक विशाल जनसभा आयोजित की गई। यह जनसभा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ व हिंदू मंदिरों के विध्वंस को बंद करने और बांग्लादेश इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को बिना किसी शर्त के रिहा करने की मांग को लेकर आयोजित की गई।
पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद दिलीप घोष ने कहा, “जब से बांग्लादेश स्वतंत्र हुआ है, तब से दोनों बंगाल में विजय दिवस मनाया जाता है। जिस देश को हमने आजादी दिलाई, वो देश फिर से पाकिस्तान की गुलामी में जाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन हमने वह बलिदान नहीं भूला है, इसलिए उन सेनाओं, लोगों को, जिन्होंने बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है, उनको सम्मान और श्रद्धांजलि देने के लिए और बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार के प्रतिवाद के लिए सोमवार को रैली रखी है।”
भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने कहा, “बांग्लादेश में जो वर्तमान परिस्थिति है, वह पूरे भारत के हिंदू समाज के लोग देख रहे हैं। बांग्लादेश में लगातार अल्पसंख्यक लोगों पर अत्याचार हो रहा है, इसलिए पश्चिम बंगाल में साधु संतों को नेतृत्व में जमावड़ा हो रहा है। एक बंगाली हिंदू होने के नाते मैं यहां पर पहुंचा हूं।”
आचार्य संजय शास्त्री ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर लगातार हो रहे अत्याचार और उनके नरसंहार, उनके देवी-देवताओं के मंदिरों में तोड़फोड़, हिंदुओं की आवाज को बुलंद करने वाले संन्यासी चिन्मय कृष्ण प्रभु को बिना किसी कारण गिरफ्तार करने के खिलाफ आवाज उठाने के लिए हम लोग इकट्ठा हुए हैं।”
–आईएएनएस
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