भोपाल 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के नेता के विवादित बयान का एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। जहां उपचुनाव से पहले श्योपुर से विधायक बाबू सिंह जंडेल ने भगवान शंकर पर टिप्पणी करके पार्टी की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। यह बयान पार्टी के लिए ‘सेल्फ गोल’ न बन जाए, नेताओं को यह आशंकाएं सताने लगी है।
राज्य की दो विधानसभा सीटों बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव होना है। मतदान की तारीख भी तय हो गई है और राजनीतिक दल उम्मीदवार के चयन में जुटे हुए हैं। उप चुनाव की तैयारी जोरों पर है। इसी बीच श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का भगवान शंकर को लेकर विवादित बयान आया है। इस बयान ने राज्य की सियासत में गर्माहट ला दी है। कांग्रेस विधायक के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कर लिया गया है।
कांग्रेस विधायक का बयान आने के बाद भाजपा हमलावर है। पार्टी की ओर से खुले तौर पर कांग्रेस को एक बार फिर सनातन विरोधी करार दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस बचाव की मुद्रा में है और इस बयान को कई साल पुराना बता रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विजयपुर विधानसभा का उपचुनाव रोचक होने वाला है मगर विधायक के बयान ने बैठे बिठाये कांग्रेस के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। कांग्रेस के नेता हमेशा ही खास कर चुनाव के समय ऐसे बयान दे देते हैं जिससे पार्टी को नुकसान होना तय हो जाता है। अब आशंका इसी बात की बनी हुई है कि कहीं बाबू सिंह जंडेल का यह बयान पार्टी के लिए आत्मघाती गोल साबित न हो जाए।
पिछले चुनावों के समय कांग्रेस नेताओं के बयानों ने यही किया है। कांग्रेस विधायक के बयान को पार्टी ने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया है और इसका असर मतदाताओं पर पड़ने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। अगर कांग्रेस बयान सामने आते ही कोई सख्ती दिखाती तो जनता के बीच सकारात्मक संदेश जा सकता था।
राज्य में दो विधानसभा क्षेत्र बुधनी और विजयपुर ऐसे हैं जहां के विधायक अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। बुधनी से विधायक रहे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चैहान विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हो चुके हैं वहीं विजयपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने भाजपा का दामन थामा है। रावत वर्तमान में मोहन यादव सरकार में वन मंत्री हैं।
–आईएएनएस
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