टालिन, 4 फरवरी (आईएएनएस)। तीन बाल्टिक देशों लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया के प्रधानमंत्रियों के बीच वार्ता के दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा एजेंडे में सबसे ऊपर थी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार लातविया के प्रधानमंत्री क्रिसजनिस करिन्स ने शुक्रवार को बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यूक्रेन को हर संभव सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
करिन्स ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस गर्मी में विलनियस, लिथुआनिया में नाटो शिखर सम्मेलन में ऐसे फैसले होंगे जो बाल्टिक सुरक्षा और रक्षा को और बढ़ावा देंगे।
लातविया ने पहले ही रूसी ऊर्जा आयात पर अपनी निर्भरता को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण कार्रवाई की है, लेकिन देश को अपनी ऊर्जा अवसंरचना विकसित करने के लिए अधिक निवेश और कार्य की आवश्यकता है।
बाद में एक ट्वीट में करिन्स ने कहा, हमारी ताकत हमारी एकता है। रूस का युद्ध अभी भी जारी है और हमें यूक्रेन की मदद करने, अपनी अर्थव्यवस्थाओं और रक्षा को मजबूत करने के लिए लंबे समय में हमारी एकता की आवश्यकता होगी। सभी क्षेत्रों में हम नाटो और यूरोपीय संघ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
तीनों प्रधानमंत्रियों ने रेल बाल्टिका परियोजना पर चल रहे काम और यूरोपीय संघ के मौजूदा मामलों पर भी चर्चा की।
अपनी ओर से लिथुआनियाई प्रधानमंत्री इंग्रिडा सिमोनीटे ने कहा, रूसी आक्रमण का यूक्रेन ने वीरतापूर्वक सामना किया है, लेकिन उसे इसकी कीमत भी चुकानी पड़ी है। यूक्रेन के लिए हमारी त्वरित मदद महत्वपूर्ण है।
एस्टोनियाई प्रधान मंत्री काजा कैलास ने कहा, रूस के आक्रामकता के अपराध को दंडित किया जाना चाहिए। इस अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए न तो दंड से मुक्ति हो सकती है और न ही प्रतिरक्षा। अंतरराष्ट्रीय अदालत के समक्ष रूस के आक्रामकता के अपराध की कोशिश की जानी चाहिए।
हम एक दूसरे के बीच और भी बेहतर संबंध हासिल करने और ऊर्जा सुरक्षा में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
–आईएएनएस
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