नोएडा, 25 मार्च (आईएएनएस)। करोड़ों रुपए के बिट क्वाइन और क्रिप्टो करंसी के लालच में आरोपियों ने अपने दोस्त को घर बुलाकर उसे पीटा बेहोश किया और लूटपाट की। बचने के लिए खुद को भी चोट पहुंचाई और डायल-112 नंबर पर फोन कर लूटपाट की झूठी जानकारी दी। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद तीन आरोपी अजीत, माही और अंकुर को गिरफ्तार किया है। इनके तीन साथी फरार है। इनके पास से एक होंडा सिटी कार भी बरामद की गई है।
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि 21 मार्च को सेक्टर-119 अरनिया अपार्टमैंट निवासी अजीत सिंह उर्फ राहुल ने डायल 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी कि 20 और 21 मार्च की रात को तीन बदमाशों ने उनके घर में घुसकर उनको बंधक बना लिया। मारपीट कर नगदी व जेवरात लूट कर ले गए। थाना सेक्टर-113 नोएडा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहां जांच पड़ताल की गई। उस समय घर पर अजीत सिंह, उनकी पत्नी माही और घर बुलाए गए वीरेंद्र मलिक था। इन सभी के चोट के निशान थे। पुलिस ने सभी का मेडिकल कराया। पुलिस को इस पूरी कहानी पर शक तब हुआ जब पुलिस ने शिकायत देने के लिए अजीत से कहा। क्योंकि घटना उसी के घर हुई थी। उसने शिकायत देने से मना कर दिया।
पूछताछ में अजीत ने बताया कि उनकी जान-पहचान वीरेंद्र मलिक से थी। वह उनके घर पर आते-जाते थे। उन्होंने कई बार बताया था कि उनके पास करोड़ों की क्रिप्टो करंसी एंव बिटकॉइन है। चूंकि अजीत आर्थिक रूप से परेशान था। इसलिए उसने अपने साथी अंकुर और उसके तीन साथियों के साथ मिलकर वीरेंद्र मलिक अपने घर बुलाकर लूट का प्रायोजित प्लान बनाया। प्लान के तहत अजीत ने बीरेन्द्र मलिक को अपने घर बुलाया। योजना के मुताबिक शुभम व उसके साथी माठू, अंजुम और दीपक ने 20 मार्च को रात करीब 10 बजे ग्रीन बेल्ट से सोसाइटी की चार दीवारी को फांद कर अंदर आए और वीरेंद्र को चाकू व पिस्टल से डराकर मारपीट कर क्रिप्टो करंसी एवं बिट क्वाइन के बारे में पूछा। उसने मना कर दिया। फिर तीनों ने वीरेंद्र मलिक को बेल्ट व लात घुसों से मारपीट की। मारपीट कर सभी वीरेंद्र के 3 फोन उसकी एक घड़ी, उसके गले की चेन व एक अंगूठी एंव उसकी जेब में मौजूद 5800 रुपये लूट कर फरार हो गए। इस मामले में जब पुलिस ने अजीत और उसकी पत्नी से सख्ती से पूछताछ की उन्होंने षडयंत्र के बारे में जानकारी बता दी।
–आईएएनएस
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