रांची, 14 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने मंगलवार को कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड में जनजातीय लोगों द्वारा भगवान के रूप में पूजे जाने वाले बिरसा मुंडा की जन्मस्थली से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत कर रहे हैं।
“बिरसा मुंडा ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनके जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन झारखंड का निर्माण भी हुआ था। अर्जुन मुंडा ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा, यह न केवल झारखंड के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है कि 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जन्मस्थली से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की जाएगी।
खूंटी से लोकसभा सांसद अर्जुन मुंडा ने कहा, “खूंटी के लोग प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं। पीएम मोदी आम लोगों तक पहुंच रहे हैं और जनोन्मुखी योजनाएं बना रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री आदिवासियों के विकास को लेकर न सिर्फ चिंतित हैं, बल्कि उनके लिए कई योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित भी कर रहे हैं। सिकल सेल एनीमिया आदिवासी समुदाय में पाई जाने वाली बीमारियों में से एक है और योजनाओं में इसका उपचार भी शामिल है। पीएम देश के 10.50 करोड़ आदिवासियों के समग्र विकास के लिए काम कर रहे हैं।
योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “समयबद्ध तरीके से सभी लक्षित लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करके सरकार की प्रमुख योजनाओं की संतृप्ति प्राप्त करना प्रधान मंत्री का निरंतर प्रयास रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, प्रधानमंत्री जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ शुरू करेंगे।’
यात्रा का फोकस लोगों तक पहुंचना, जागरूकता पैदा करना और स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर तक पहुंच, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उचित पोषण, स्वच्छ पेयजल, विश्वसनीय स्वास्थ्य देखभाल जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।
मंत्री ने कहा,“प्रधान मंत्री झारखंड के खूंटी में आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन को हरी झंडी दिखाएंगे, जो कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ होगा। यात्रा शुरुआत में महत्वपूर्ण आदिवासी आबादी वाले जिलों से शुरू होगी और 25 जनवरी, 2024 तक देश भर के सभी जिलों को कवर करेगी।”
मुंडा ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री अपनी तरह की पहली पहल – ‘प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीएम पीवीटीजी) मिशन’ भी लॉन्च करेंगे। 18 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 75 पीवीटीजी 22,544 गांवों (220 जिलों) में रहते हैं, जिनकी आबादी लगभग 28 लाख है।
ये जनजातियां बिखरी हुई, सुदूर और दुर्गम बस्तियों में रहती हैं, अक्सर वन क्षेत्रों में। इसलिए पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सड़क, दूरसंचार कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तक बेहतर पहुंच जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करने के लिए लगभग 24,000 करोड़ रुपये के बजट वाले एक मिशन की योजना बनाई गई है।
अर्जुन मुंडा ने कहा, इसके अलावा, पीएमजेएवाई, सिकल सेल रोग उन्मूलन, टीबी उन्मूलन, 100 प्रतिशत टीकाकरण, पीएम सुरक्षित मातृत्व योजना, पीएम मातृ वंदना योजना, पीएम पोषण, पीएम जन धन योजना आदि के लिए अलग से संतृप्ति सुनिश्चित की जाएगी।
–आईएएनएस
सीबीटी