पटना, 27 नवंबर (आईएएनएस)। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को राजधानी पटना समेत विभिन्न क्षेत्रों पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डूबकी लगाई। इस मौके पर मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करने वालों का तांता लगा हुआ है।
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी या अन्य जलाशयों में स्नान करने से जीवन के सारे पाप धूल जाते हैं तथा स्वास्थ्य एवं समृद्धि में वृद्धि होती है। पटना के गंगा नदी के कंगन घाट, एनआईटी घाट, दानापुर घाट सहित सभी घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई है। कई घाटों पर तो श्रद्धालु रात को ही पहुंच गए थे। पटना के अलावे राज्य के अन्य क्षेत्रों से आए लोग इन घाटों पर तो गंगा में डूबकी लगा रहे हैं और दान कर रहे हैं।
मान्यता है कि कार्तिक पूणिमा के दिन स्नान दान का विशेष महत्व है। इस दिन जो भी दान किया किया जाता है, उसका कई गुना पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन अन्न, धन और वस्त्र दान का विशेष महत्व है।’ कार्तिक पूर्णिमा को लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला क्षेत्र के समीप गंगा-गंडक संगम कोनहारा घाट पर भी लाखों लोग स्नान के लिए जुटे हुए हैं। लोग संगम में डूबकी लगाकर मोक्ष की कामना कर रहे हैं। इस दौरान हरिहरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।
गंगा के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों में कोसी, गंडक सहित अन्य नदियों के घाटों पर भी लोग स्नान कर स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना कर रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा केा लेकर पटना के गंगा तटों पर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए है। गंगा घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना में 172 स्थानों पर दंडाधिकारियों की और पुलिस को तैनात किया गया है। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में भी परिवर्तन किया गया है। इधर, मंदिरों में भी अन्य दिनों की अपेक्षा पूजा-अर्चना करने वालों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। लोग प्रातः स्नान कर मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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