पटना, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार की जेलों में बंद मानसिक बीमार कैदियों को अब इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रदेश के सेंट्रल जेलों में मनोचिकित्सक की बहाली के प्रस्ताव को मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 14 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद इसकी जानकारी देते हुए मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रदेश के सभी आठ सेंट्रल जेलों में मानसिक बीमार कैदियों के इलाज के लिए मनोचिकित्सकों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
सभी जेलों में संविदा के आधार पर एक -एक मनोचिकित्सकों की बहाली की जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में प्राथमिक कृषि साख समिति (पैक्स) और व्यापार मंडलों को सीएमआर चावल की शत-प्रतिशत आपूर्ति पर मिलने वाले अनुदान की राशि को 10 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 30 रुपए प्रति क्विंटल तक कर दिया है।
उन्होंने बताया कि अब तक पैक्स और व्यापार मंडलों द्वारा सीएमआर चावल की आपूर्ति के आधार पर प्रबंधकीय अनुदान 10 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मिलता था। लेकिन, अब सरकार ने इस अनुदान को प्रोत्साहन स्वरूप तीन श्रेणी में बांटकर देने का निर्णय लिया है।
खरीफ विपणन मौसम 2022-23 से 30 जून तक सीएमआर चावल की शत-प्रतिशत आपूर्ति करने वाले पैक्स और व्यापार मंडलों को 10 रुपए प्रति क्विंटल की बजाय 30 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अनुदान दिया जाएगा। जबकि, 31 जुलाई तक शत-प्रतिशत चावल की आपूर्ति करने वाले को 25 रुपए प्रति क्विंटल और इसके बाद शत-प्रतिशत चावल की आपूर्ति करने वाले को 20 रुपए प्रति क्विंटल की दर से अनुदान दिया जायेगा।
–आईएएनएस
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