पटना, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को ‘बिहार खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता’ का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में राज्य के करीब 40 हजार सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लगभग 60 लाख खिलाड़ी शामिल होंगे।
पाटलीपुत्र खेल परिसर, कंकड़बाग के इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ‘बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना’ के तहत बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए सात उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 20 लाख रुपए प्रतिवर्ष की छात्रवृत्ति प्रदान की। शुभारंभ समारोह में बिहार बालिका वुशु टीम की खिलाड़ियों ने ताउलू एवं वॉल माउटिंग का लाइव प्रदर्शन किया।
‘बिहार खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता’ का उद्देश्य राज्य में खेल संस्कृति के विकास को बढ़ावा देना है। इस खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के माध्यम से स्कूली छात्रों तथा स्कूल से बाहर के प्रतिभावान खिलाडियों की पहचान कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और संसाधनों से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाना है, जो देश और प्रदेश के लिए पदक पा सकें।
प्रतियोगिता के जरिए प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन प्रखंड, जिला, प्रमंडल एवं राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए किया जाएगा। इसके लिए एथलेटिक्स, कबड्डी, फुटबॉल और वालीबॉल खेल विधा में प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। एथलेटिक्स के अंतर्गत दौड़, लंबी कूद और क्रिकेट बॉल थ्रो शामिल है। यह प्रतियोगिता 14 वर्ष से कम आयु वर्ग और 16 वर्ष से कम आयु वर्ग श्रेणी में बालक और बालिका दोनों के लिए आयोजित की जाएगी।
‘बिहार खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता’ का आयोजन बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, खेल विभाग, शिक्षा विभाग, एससीईआरटी और बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विभिन्न स्तर के विजेता खिलाड़ियों को मेडल, ई-सर्टिफिकेट देने के साथ ही कुल 10 करोड़ रुपए के नकद पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे।
इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण, खेल विभाग के निदेशक महेन्द्र कुमार सहित खेल विभाग के अधिकारी एवं हजारों की संख्या में विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ी उपस्थित रहे।
–आईएएनएस
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