गोपालगंज, 18 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के गोपालगंज जिले में जिला प्रशासन ने विद्यार्थियों और आम लोगों को तकनीक के सहारे उनकी समस्याओ के समाधान की कोशिश की है।
इसके तहत प्रशासन ने दो मोबाइल ऐप लॉन्च किया है जिससे विभिन्न समस्याओं के त्वरित समाधान और शैक्षिक जानकारियों, पुस्तकों से संबंधित जानकारी छात्रों को उपलब्ध किया जा रहा है।
गोपालगंज के जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि वन मैनेजमेंट वन ऐप फॉर मैनेजिंग गोपालगंज एवं गोपालगंज का अपना पुस्तकालय ऐप लॉन्च किया गया है।
उन्होंने बताया कि लोगों को अपने आसपास जो भी समस्या आए जैसे, कचरा, टूटी हुई सड़क, जलजमाव या कोई अन्य समस्या, जिसके निराकरण के लिए उन्हें उसकी एक तस्वीर खींचकर समस्या का चुनाव करके ऐप पर भेज देना है।
समस्या की तस्वीर और उसकी लोकेशन अपने आप संबंधित विभाग के पास पहुंच जाएगी और विभाग का कोई अधिकारी जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने आ जाएगा।
समस्या हल होने के बाद वह अधिकारी एक तस्वीर खींचकर ऐप पर डाल देगा, जो शिकायतकर्ता यूजर तक अपने आप पहुंच जाएगी।
उन्होंने बताया कि अगर यूजर तब भी किए गए काम से संतुष्ट नहीं है तो वह दोबारा तस्वीर खींचकर ऐप पर डाल सकता है।
उन्होंने बताया कि दूसरा ऐप गोपालगंज का अपना पुस्तकालय है। यह वेब बेस्ड एक आधुनिक एकमात्र पोर्टल है, जो गोपालगंज जिले के विद्यार्थियों को जिले में मौजूद सभी पुस्तकालय तथा उसमें उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी देता है।
चौधरी ने बताया कि इस पोर्टल में विद्यार्थी अपने नजदीकी पुस्तकालय तथा अपनी रूचि के संबंधित सभी प्रकार के पुस्तकों को विस्तृत रूप से खोज सकते हैं। इससे विद्यार्थी अपने खुद का रजिस्ट्रेशन कर पुस्तक प्राप्त कर सकता है।
यह वेब पोर्टल विद्यार्थियों को उनकी रूचि के अनुसार किताबों को वेबसाइट के होम पेज पर स्वयं उपलब्ध कराता है।
विद्यार्थी इस पोर्टल पर पुस्तकों की खोज, पुस्तकालय का लोकेशन, लेखक, पुस्तकों की श्रेणी तथा टाइटल के अनुसार कर सकते हैं। इस पोर्टल पर पुस्तकों को विभिन्न प्रकार से दर्शाया गया है ताकि विद्यार्थी पुस्तकों को कम से कम क्लिक पर सर्च कर सकें।
उन्होंने बताया कि इसमें सर्च की गई पुस्तकों की भी जानकारी मिलेगी। विद्यार्थियों द्वारा जो किताबें नहीं मिल पाई उन किताबों को समय-समय पर उपलब्ध करा सकते हैं।
जिला पदाधिकारी ने आगे बताया कि पुस्तक डाटा इस पोर्टल की मदद से किताबें अपने चुनिंदा पुस्तकालयों में स्वेच्छा से भेंट कर सकते हैं।
–आईएएनएस
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