deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

बिहार : नए साहित्य के साथ कालजयी रचनाएं बनी पुस्तक प्रेमियों की पसंद

by
December 14, 2024
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

READ ALSO

भारत-पाकिस्तान संघर्ष से हमारा कोई सरोकार नहीं : अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग एक्स के मैच यूएई में शिफ्ट किए

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

ADVERTISEMENT

पटना, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चल रहे सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला में पुस्तक प्रेमियों की पसंद नए साहित्य के साथ कालजयी पुस्तकें बन रही हैं।

इस महीने की 17 तारीख तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन पुस्तक प्रेमियों का हुजूम उमड़ रहा है। शाम के समय पुस्तक प्रेमियों की भीड़ के कारण प्रकाशकों के स्टॉल भरे रह रहे हैं।

स्कूली बच्चे जहां अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक खरीदने आ रहे हैं तो कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपनी पसंदीदा पुस्तक की तलाश में पुस्तक मेले का दीदार कर रहे हैं। कई बुजुर्ग पुस्तक प्रेमी भी पुस्तक मेले में अपने ज्ञान की वृद्धि के लिए पुस्तक की खोज में भटक रहे हैं। कुल मिलाकर सभी उम्र के लोग इस पुस्तक मेला में आ रहे है। जमकर हो रही पुस्तकों की बिक्री के कारण प्रकाशक भी खुश हैं।

प्रभात प्रकाशन के अमित शर्मा कहते हैं कि महान साहित्यकारों के साथ महापुरुषों की जीवनी की मांग खूब हो रही है। स्वामी विवेकानंद, एपीजे अब्दुल कलाम , रतन टाटा की जीवनी की पुस्तकें बिक रही हैं।

मेले में प्रेमचंद की पुस्तकों की भी मांग हो रही है तो फणीश्वर नाथ रेणु के मैला आंचल भी पाठक खोज रहे हैं।

पुस्तक मेला में शोध करने वाले एक छात्र भी पहुंचे मिले। उन्होंने कहा, “पुस्तक प्रेमी के लिए पटना पुस्तक मेला से अच्छी जगह कोई नहीं हो सकती। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है, किताब का एहसास ‘किताब’ में ही होता है। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करता हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है।”

एक बुक स्टॉल पर मौजूद अंकित कहते हैं कि धार्मिक पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। इस पुस्तक मेले में इस बार नए साहित्यकारों की पुस्तकों खासकर बिहार के लेखकों की लिखी पुस्तक भी खूब बिक रही हैं।

‘पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ थीम पर आधारित इस साल का पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है।

इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी सहित कई प्रकाशक शामिल हैं। यहां आने वाले लोगों के लिए पुस्तक के साथ कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।

–आईएएनएस

एमएनपी/एएस

Related Posts

ताज़ा समाचार

भारत-पाकिस्तान संघर्ष से हमारा कोई सरोकार नहीं : अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस

May 9, 2025
ताज़ा समाचार

पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग एक्स के मैच यूएई में शिफ्ट किए

May 9, 2025
ताज़ा समाचार

अमेरिका ने भारत, पाकिस्तान से तनाव कम कर वार्ता करने की अपील की

May 9, 2025
ताज़ा समाचार

पाकिस्तान पर ताबड़तोड़ प्रहार, विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका, ईयू और इटली से की बात

May 9, 2025
ताज़ा समाचार

सरकारी आदेश के बाद ‘एक्स’ का फैसला, भारत में आठ हजार से अधिक अकाउंट होंगे ब्लॉक

May 9, 2025
ताज़ा समाचार

बीएसएफ ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की बड़ी कोशिश नाकाम की

May 9, 2025
Next Post

मोहम्मद आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

भाजपा ने पुल गिरने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की, नीतीश-तेजस्वी पर दोषियों को बचाने का लगाया आरोप

भाजपा ने पुल गिरने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की, नीतीश-तेजस्वी पर दोषियों को बचाने का लगाया आरोप

June 7, 2023

दरभंगा एम्स के खुलने से जनता को होगा फायदा : शांभवी चौधरी

November 12, 2024

दिल्ली हाई कोर्ट के सख्त आदेश के बाद एआईसीएफ सुरक्षित खेल रहा है

February 24, 2024
कीमतें कम करने के लिए केंद्र 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं की बिक्री करेगा

कीमतें कम करने के लिए केंद्र 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं की बिक्री करेगा

February 11, 2023
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

080569
Total views : 5867865
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In