पटना, 14 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार के बक्सर के चौसा में बन रहे ताप विद्युत परियोजना में जमीन अधिग्रहण को लेकर उचित मुआवजे की मांग को लेकर आंदोनरत किसानों पर पुलिसिया कारवाई को लेकर खूब राजनीति हो रही है। भाजपा इस मुद्दे को किसी भी हाल में नहीं छोड़ना चाहती है।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में शनिवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल बनारपुर गांव पहुंचा और किसानों से मुलाकात की।
इस दौरान विपक्ष के नेता सिन्हा ने किसानों की समस्या को सुन सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों को जाति में बांटने का काम सरकार नहीं करे।
उन्होंने अपनी मांग को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों के घरों में घुसकर लाठी चार्ज करने और झूठे मुकदमे में फंसाने की भी निंदा की।
उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान को आतंकवादी या उग्रवादी नहीं थे, अगर प्रशासन को कोई समस्या थी तो दिन के उजाले में भी उन्हें बुलाकर बात कर सकती थी, रात को घरों में जाकर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करना निंदनीय है।
उन्होंने कहा विपक्ष का काम किसानों की समस्या को सरकार तक पहुंचाना है और विपक्ष अपनी भूमिका निभायेगी। उन्होंने सरकार में शामिल दलों को चेतावनी देते हुए कहा कि हमलोग सेवक है असली मालिक जनता है।
उन्होंने कहा सरकार स्थाई नहीं होती, मालिक की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सरकार भी बदल जाती है और जनप्रतिनिधि भी बदल जाते हैं।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के अधिकांश किसान लघु और सीमांत हैं और ये अपनी हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन किसानों पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को अधिग्रहण के लिए जमीन का नया रेट तय करने को कहा है। श्री सिन्हा ने घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार अधिग्रहण करने वाली जमीन का नया रेट तय करे, केंद्र सरकार से भुगतान मैं करवाऊंगा।
इससे पहले बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे किसानों पर पुलिसिया जुल्म के विरोध में अंबेडकर चौक पर भीमराव अंबेडकर की प्रिटिमैक नीचे मौन व्रत रखा।
इस दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शुक्रवार किसानों से मिले और अश्विनी चौबे से भी मुलाकात की।
–आईएएनएस
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