पटना, 4 मार्च (आईएएनएस)। बिहार के बजट को लेकर विपक्षी दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। इस बीच, एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने राज्य सरकार पर लोगों को ठगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले 20 साल में बिहार को ठगने का काम किया गया है।
एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल ईमान ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “बिहार को कोई सौगात नहीं दी गई है। पिछले 20 साल से बिहार के लोगों को ठगने का काम किया गया है। इन्होंने (सरकार) ‘रेड कारपेट’ बिछाकर निवेशकों को दावत दी, लेकिन कोई नहीं आया। इतना ही नहीं, बिहार में पलायन भी नहीं रुका। उन्होंने वादा किया था कि हम पलायन को रोकेंगे। साथ ही यहां कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं आया, जिससे गरीबों के पलायन को रोका जा सके।”
अख्तरुल ईमान ने सवाल किया कि बिहार सरकार ने पलायन को रोकने के लिए क्या काम किया? जो काम नगर पंचायत और म्युनिसिपालिटी का है, वह सरकार कर रही है और 20 पिंक टॉयलेट शुरू कर रही है।
उन्होंने बिहार सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “राज्य की विधानसभा में बिहार के उत्थान के लिए नीति बननी चाहिए। साथ ही युवाओं के रोजगार और विज्ञान-तकनीक पर बात होनी चाहिए। प्रदेश के अल्पसंख्यकों की हालत दयनीय है। जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट में सबसे ज्यादा मुसलमानों और एससी की हालत खराब है। उनको नौकरियों से वंचित रखा गया है और उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए इनके पास कोई नीति नहीं है। सीमांचल सबसे गरीब इलाका रहा है और सरकार की सर्वेक्षण रिपोर्ट कहती है कि उनकी हालत सबसे ज्यादा खराब है।”
विधायक अख्तरुल ईमान के आरोपों पर बिहार सरकार में मंत्री जमा खां ने पलटवार किया। उन्होंने आईएएनएस से कहा, “मैं किसी की आलोचना नहीं करना चाहता हूं, लेकिन सबको पता है कि इस देश के अंदर किसी ने विकास का काम किया है तो उनका नाम नीतीश कुमार है। उन्होंने सबका ध्यान रखा है, हमारे नेता नीतीश कुमार ने साल 2005 के बाद मुस्लिम समाज का हर तरह से ख्याल रखा है। शिक्षा का मामला हो या दरगाह का, उन्होंने सबका ध्यान रखा है।”
–आईएएनएस
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