पटना, 27 मार्च (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा का बजट सत्र गुरुवार को समाप्त हो गया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी ने बजट को राज्य के विकास के लिए समर्पित बताया। दोनों नेताओं ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर निशाना साधा।
बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्रियों ने बजट सत्र के समापन पर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। जहां एक ओर विजय सिन्हा ने भ्रष्टाचार और जातिवाद की राजनीति पर निशाना साधा, वहीं सम्राट चौधरी ने सरकार की पारदर्शिता और विकास योजनाओं पर जोर दिया।
विजय सिन्हा ने कहा कि यह बजट पूरी तरह बिहार के विकास और जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। उन्होंने कहा, “बजट सत्र में प्रश्नकाल भी हुआ और सरकार ने सभी मुद्दों पर चर्चा की। बिहार को अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इसके लिए सभी दलों को मिलकर काम करना होगा।”
उन्होंने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता को जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही, उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार की जनता ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी जो जातिवाद और अपराध को बढ़ावा देने वाली मानसिकता रखते हैं।
राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को भारत रत्न देने की मांग पर विजय सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जब तक बिहार इस मानसिकता से नहीं उबरेगा कि अपराधी और भ्रष्टाचारी लोगों का महिमामंडन हो, तब तक राज्य का भला नहीं हो सकता।”
उन्होंने कहा कि बिहार में जातिवाद, नरसंहार, लूट, हत्या और भ्रष्टाचार को खुलकर बढ़ावा देने वाले लोगों को सम्मान देने की बात करना जनता के प्रति जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने जैसा है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि इस वर्ष 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है, जिससे बिहार के विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार ने विपक्ष के सभी सवालों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा, “हम पूरी तरह जनता के प्रति समर्पित हैं और बिहार की उन्नति के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
–आईएएनएस
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