पटना, 16 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा आयोजित मैट्रिक (10वीं) की वार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू होगी। कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने को लेकर समिति ने अपनी सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस साल होने वाली परीक्षा में छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक होंगी।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस साल मैट्रिक की परीक्षा में 15,85,868 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनमें 7,67,746 छात्र और 8,18,122 छात्राएं हैं। इन सभी परीक्षार्थियों के लिए प्रदेश भर में 1,677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों में हर 25 परीक्षार्थियों के लिए एक वीक्षक की व्यवस्था की गई है। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। वीडियोग्राफर की भी व्यवस्था की गई है।
इस परीक्षा के लिए 10 सेटों में प्रश्नपत्र तैयार किया गया है। समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि प्रथम पाली के परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर लेना होगा। परीक्षा के पहले दिन दोनों पालियों में मातृभाषा की परीक्षा होनी है।
मैट्रिक परीक्षा के लिए सभी विद्यार्थियों को बीएसईबी द्वारा यूनीक आईडी जारी की गई है। समिति ने कहा है कि परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से विलंब से पहुंचने के कारण विद्यार्थियों को चहारदीवारी कूदकर या गेट पर जबरन अवैध रूप से प्रवेश करने के प्रयास करने को अपराध की श्रेणी में माना जाएगा।
प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से होगी। बताया गया कि पटना जिले में इस साल 71,669 परीक्षार्थी मैट्रिक परीक्षा में शामिल होंगे, जिनके लिए 73 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यहां भी लड़कों से अधिक लड़कियों की संख्या है। परीक्षा के लिए सभी जिलों में चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
–आईएएनएस
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