समस्तीपुर, 7 जनवरी (आईएएनएस)। भाजपा सांसद और बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में एनडीए के मुखिया नीतीश कुमार हैं और उन्हीं के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
समस्तीपुर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 15 जनवरी से एनडीए के पांचों घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष एक साथ बेतिया से यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। पांचों दलों के जमीनी कार्यकर्ता अपने प्रदेश अध्यक्ष का उद्गार सुनेंगे। इससे विरोधी दल के लोग इतने डरे हुए हैं कि वे सामने से राजनीतिक लड़ाई लड़ने की बजाय अफवाह की राजनीति कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर जगह बोल रहे हैं कि वह लालू यादव के साथ नहीं जाएंगे। उसके बाद भी सवाल किया जा रहा है। लालू यादव ने हमेशा झूठ और धोखे की राजनीति की है। वह आज भी बिहार की जनता को धोखा देना चाह रहे हैं, जैसा उन्होंने 1990 से 2005 तक किया।”
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि जब वह ग्रामीण विकास मंत्री थे तो सड़क क्यों नहीं बनती थी? विधायकों को पांच एडिशनल पीएचसी चुननी थी, लेकिन एक पर भी काम नहीं हुआ। पर्यटन के क्षेत्र में राज्य शून्य पर पहुंच गया। तेजस्वी चार विभाग के मंत्री थे। लेकिन, उस विभाग की बात नहीं करते, जिस विभाग के मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी मायूस और नाउम्मीद हो चुके हैं। उन्होंने लोगों को राजद के दुष्प्रचार से बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लालू राज में अगर घर से बेटा निकलता था तो लोग नाउम्मीद रहते थे कि उनका बेटा लौटेगा अथवा नहीं। जो व्यक्ति नौकरी देने के नाम पर गाय दुहने वालों की जमीन लिखवा लिया हो, वह दुष्प्रचार ही कर सकता है। नीतीश कुमार एनडीए के मुखिया हैं और आगे भी रहेंगे।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के आंदोलन के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बोलने के कारण ही माइलेज मिलता है, उनका काम है बोलना। उन्हें बीपीएससी से कोई दिक्कत है तो उनके अध्यक्ष से सीधी बात करनी चाहिए। वे केवल अफवाह फैला रहे हैं। केवल राजनीति की रोटी सेंकी जा रही है।
–आईएएनएस
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