भागलपुर, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही राजनीतिक सरगर्मियां देखने को मिल रही हैं। इस बीच, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में मतदाताओं की तरफ से सही वोटिंग न करने और बेहतर जनप्रतिनिधियों को नहीं चुनने के लिए राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया है।
प्रशांत किशोर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मेरे पास कोई पैमाना या थर्मामीटर नहीं है, जिससे पता चल सके कि कौन एग्रेसिव है और कौन नहीं है। पूरे बिहार में एग्रेसिव मतदान नहीं होता है, अधिकतर समय सिर्फ 50 प्रतिशत मतदान होता है और इसके लिए राजनीतिक दलों और समाज के साथ-साथ चुनाव आयोग भी जिम्मेदार है।”
उन्होंने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा, “अगर लोगों को बेहतर शासन चाहिए तो उन्हें अपने प्रतिनिधियों को चुनने के लिए चुनाव के दिन बड़ी संख्या में मतदान करना होगा। तभी सुधार होगा।”
बिहार की राजनीति में पैर जमाने के लिए बीते कुछ समय से जन सुराज पार्टी द्वारा कई अभियान भी चलाए गए हैं। बीते साल नवंबर में हुए विधानसभा उपचुनाव में जन सुराज पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बीते साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में पार्टी बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘जन सुराज’ रखा था।
बिहार की राजनीति में पैर जमाने के लिए बीते कुछ समय से जन सुराज पार्टी द्वारा कई अभियान भी चलाए गए हैं। बीते साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने ऐलान किया था कि ‘जन सुराज’ पहला ऐसा दल होगा, जिसमें उम्मीदवारों का चुनाव दल के द्वारा नहीं, जनता के द्वारा किया जाएगा।
बता दें कि बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के अक्टूबर या नवंबर 2025 में होने की उम्मीद है, इस संबंध में चुनाव आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा।
–आईएएनएस
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