अहमदाबाद, 7 जून (आईएएनएस)। बिहार के भागलपुर में एक निमार्णाधीन पुल के हाल ही में गिरने से गुजरात में चिंता बढ़ गई है क्योंकि वही कंपनी राज्य में दो महत्वपूर्ण पुल परियोजनाओं में शामिल है।
एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्रा. लिमिटेड ने भागलपुर का वह पुल बनाया था। कंपनी ने उद्घाटन से पहले तीसरे पक्ष के विशेषज्ञ दल द्वारा गुजरात के पुलों के गहन निरीक्षण की मांग की है।
एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन हरियाणा की एक निर्माण फर्म है जो 27 वर्षों से निर्माण उद्योग में सक्रिय है। कंपनी के वर्तमान बोर्ड सदस्य और निदेशक सत पॉल सिंगला, प्रेम लता, दीपक सिंगला, रोहित सिंगला और निकिता गांधी हैं। कंपनी दिल्ली रजिस्ट्रार कार्यालय में पंजीकृत है, जबकि हरियाणा में अपने कॉपोर्रेट कार्यालय से संचालित होती है। यह कंपनी लिमिटेड बाय शेयर के रूप में वर्गीकृत है।
गुजरात में कंपनी के पास दो महत्वपूर्ण परियोजनाएं हैं। एक ओखा-बेत द्वारका सिग्नेचर ब्रिज, जिसकी अनुमानित लागत 962 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में ओखा और बेत द्वारका को जोड़ने वाले 3.73 किमी, चार-लेन केबल-स्टे सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण शामिल है।
अन्य परियोजना दभोई-सिनोर-मलसर-एस रोड नर्मदा रिवर ब्रिज है, जिसकी लंबाई 900 मीटर और परियोजना लागत 165 करोड़ रुपये है।
दोनों परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं, और बिहार में पुल गिरने के बाद कंपनी द्वारा निर्मित पुलों की गुणवत्ता के संबंध में चिंताएं पैदा हुई हैं।
इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए अहमदाबाद के अटल पुल को भी जनता के लिए खोले जाने के सात महीने बाद ही दरारें पड़ गई थीं।
अप्रैल 2023 में अहमदाबाद में अटल पुल के कांच के आधार में दरारें पाई गईं, जिसके बाद नगर निगम के विशेषज्ञों ने निरीक्षण किया। साबरमती नदी के पूर्वी और पश्चिमी किनारों को जोड़ने वाले फुट ओवरब्रिज में एलिस ब्रिज और सरदार ब्रिज के बीच कांच के आठ टुकड़ों में से एक में अचानक दरारें आ गईं।
–आईएएनएस
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