पटना, 12 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार के सूचना और जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि सरकार ने आधुनिक फिल्म स्टूडियोज, मेंटरशिप प्रोग्राम्स और वित्तीय सहायता जैसी पहल शुरू की है, ताकि बिहार के फिल्मकारों को अपना हुनर निखारने का अवसर मिल सके।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है, जहां स्थानीय प्रतिभा को सही प्लेटफॉर्म मिले और सब्सिडी जैसी सुविधाएं उनके प्रोजेक्ट्स को साकार करने में मदद करें। इससे पहले अभिनेत्री और मॉडल आयशा एस. ऐमन ने मंत्री महेश्वर हजारी से मुलाकात की और फिल्म पर सरकारी सब्सिडी मिलने और बिहार की सांस्कृतिक विरासत पर लंबी चर्चा की।
अभिनेत्री आयशा ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को उभारने, स्थानीय सिनेमा को बढ़ावा देने और फिल्म उद्योग में रोजगार के अवसर सृजन करने पर विस्तृत चर्चा हुई।
बिहार की रहने वाली आयशा ने इस अवसर पर सरकार द्वारा सिनेमा क्षेत्र में प्रदान की जा रही सब्सिडी और कार्यों की सराहना की।
उन्होंने कहा, ”बिहार की मिट्टी में अनगिनत कहानियां और परंपराएं छिपी हैं, जिन्हें सिनेमा के माध्यम से उजागर किया जा सकता है। सरकार की इस पहल से न केवल फिल्म उद्योग के पेशेवरों को यहां आने का प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह हमारे राज्य की सांस्कृतिक विरासत को भी विश्व मंच पर लाने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।”
मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि सरकार के इन प्रयासों से राज्य में न केवल स्थापित फिल्मकारों को बल मिलेगा, बल्कि नवोदित प्रतिभाओं को भी अपना रास्ता बनाने में मदद मिलेगी, जिससे बिहार की सांस्कृतिक विरासत और सिनेमा दोनों का विकास सुनिश्चित हो सकेगा।
बताया गया कि सरकारी समर्थन और कला की मधुर अभिव्यक्ति मिलकर बिहार में सिनेमा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है, जिससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
–आईएएनएस
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