गोपालगंज, 13 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार के गोपालगंज में आयुर्वेद दवा बेचने के नाम पर संदिग्ध तरीके से युवाओं के ट्रेनिंग देने के मामले में पुलिस और जिला प्रशासन ने तीन स्थानों और छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने हालांकि किसी भी संदिग्ध बात सामने आने से इंकार किया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि खुफिया विभाग की इनपुट के बाद गोपालगंज शहर के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई है। छापेमारी के दौरान पुलिस कई युवाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
इन स्थानों से पुलिस ने मोबाइल, लैपटॉप समेत कई कागजात को जब्त कर लिया है। पुलिस हिरासत में लिए युवाओं से पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि यहां एक निजी आयुर्वेद कंपनी को दवा बेचने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
पुलिस के अधिकारी पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं। जिला पुलिस द्वारा बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि मंगलवार की शाम में सूचना मिली कि नगर थाना अंतर्गत साधु चौक के समीप स्थित एक दुकान में अवैध दवा की बिक्री नेटर्वक बनाकर बेचा जा रहा है।
इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी और एसडीपीओ के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर, नगर थानाध्यक्ष, जादोपुर थानाध्यक्ष की टीम के द्वारा सूचना का सत्यापन किया गया तथा सैम्पल की ड्रग टीम से जांच कराई गई।
जांच में पाया जाता कि यह हर्बल प्रोडक्ट है जिसे विभिन्न शहरों के युवकों को बेचने के लिए पहले ट्रेनिंग दी जाती है। जांच में सेल्समैन और प्रोपराइटर से भी पूछ-ताछ की गई। जांच के क्रम में अब तक कोई संदिग्ध बात सामने नहीं आई है।
ड्रग टीम के द्वारा दवाओं की जांच और प्रशासन पुलिस की टीम के द्वारा ट्रेनिंग लेने वाले युवकों का स्थानीय थाना से सत्यापन और अग्रतर जांच की जा रही है।
–आईएएनएस
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